हैदराबाद के एक कांग्रेसी नेता के साथ ऐसा ही कुछ हुआ.
पांच दिन पहले कांग्रेस सरकार में मंत्री रह चुके मुकेश गौड़ के बेटे विक्रम गौड़ पर हमला हुआ. उन्हें तीन गोलियां लगीं. तुरंत उन्हें अस्पताल ले जाया गया. तबसे वहीं हैं. इधर पुलिस इन्वेस्टिगेशन से जो बात सामने निकल के आई उसने ज़रूर सबको चौंका दिया.
पता चला है कि विक्रम गौड़ पर हमला खुद उनके दिमाग की उपज था. वो आने वाले चुनावों में अपने लिए हमदर्दी की लहर पैदा करना चाहते थे. अप्रैल महीने से इसके लिए प्लानिंग कर रहे थे. इसके लिए उन्होंने किराए के शूटर्स को 50 लाख रुपए भी दिए. विक्रम गौड़ यूथ कांग्रेस के नेता हैं और गोशामहल विधानसभा से चुनाव लड़ने के ख्वाहिशमंद हैं.
हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर एम महेंदर रेड्डी ने एक प्रेस कॉफ्रेंस कर के बताया कि इस सारे कांड में विक्रम समेत 8 लोग शामिल थे. जिनमें से 5 को गिरफ्तार कर भी लिया गया है. विक्रम अभी हॉस्पिटल में हैं. बाहर आते ही उन्हें भी अरेस्ट कर लिया जाएगा. बाकी 2 फरार हैं. गिरफ्तार लोगों के नाम नंद कुमार, शेख अहमद, रईस ख़ान, के बाबूजान और ए गोविंद रेड्डी हैं. वेंकट रमाना और गौस की तलाश जारी है.
कमिश्नर ने बताया कि खुद पर हमले का ये ड्रामा खेल ने के पीछे विक्रम के दो मकसद थे. एक तो लोगों की सहानुभूति हासिल करना. और दूसरा अपने कर्ज़दारों से वक्ती तौर पर राहत हासिल करना. विक्रम ने बहुत लोगों से मोटा पैसा उधार ले रखा है. सारा टॉलीवुड की फ़िल्में बनाने में फूंक दिया. उन्हें उम्मीद थी कि इस हमले के बाद लोग तगादे से हाथ खींच लेंगे.
घटना वाले दिन नंद कुमार, शेख अहमद और रईस ख़ान विक्रम के फिल्म नगर वाले घर पहुंचे. वहां प्लान के मुताबिक़ विक्रम पर गोलियां चलाई गईं. विक्रम ने ख़ास तौर से 3 गोलियां चलाने के लिए कहा था. क्योंकि 3 उनका लकी नंबर था. 3 बार फायर करने के बाद वो तीनों भाग गए. विक्रम ने ये भी बता रखा था कि गन कहां फेंकनी है. पकड़े गए आरोपियों की निशानदेही पर गन बरामद कर ली गई है.
विक्रम गौड़ ने चालाकी तो बहुत दिखाई, लेकिन अत्याधुनिक ट्रैकिंग सिस्टम और पुलिस का तकनीकी तौर पर उन्नत होना भुला दिया. विक्रम के फोन से भेजे हुए मैसेजेस निकाल के, कॉल डिटेल खंगाल के पुलिस ने 5 दिन में ही केस खोल कर रख दिया. अब नेताजी पछता रहे होंगे कि जान जोखिम में डाल कर जो कांड किया, उसने किरकिरी तो कराई ही, जेल और जाना पड़ेगा. चुनाव जीतने के सपने की अर्थी उठ गई सो अलग.