आपको गुदगुदाएंगे इन फिल्मों के पोस्टर्स।
शेक्सपीयर ने कहा था कि "नाम में क्या रखा है" लेकिन असल बात तो ये है कि नाम में बहुत कुछ रखा है। फिल्म का नाम सही हो तो कमाल कर जाता है और नहीं हो तो बवाल कर जाता है। चाहे टीवी पर आने वाली डब्ड साउथ इंडियन फ़िल्में हों या भोजपुरी फ़िल्में, कुछ फिल्मों के नाम सुनकर ही चेहरे पर हंसी आ जाती है। 'जला कर राख कर दूंगा', 'बदले की आग', 'डेयरिंग गुंडाराज' जैसे नाम तो आपने सुने होंगे। मगर कुछ भोजपुरी फिल्मों के नाम इनसे भी ज्यादा फनी हैं। आज ऐसी ही कुछ अजीबोग़रीब नामों वाली फिल्मों के पोस्टर्स हम आपके लिए ढूंढकर लाए हैं, जो आपको कपिल शर्मा के जोक्स से भी ज्यादा गुदगुदाएंगे।
हरामी केला
आपने हरामी इंसान देखा होगा, लेकिन क्या कभी केला हरामी देखा है? नहीं देखा तो देखिये ये फिल्म।
थानेदार हो तो ऐसी
जब थानेदार का नाम ही रसीली हो तो फिर इलाके में जुर्म तो बढ़ेंगे ही। भला जुर्म करके कौन इनके जेल नहीं जाना चाहेगा।
ये है 'सोने पे सुहागा'
जब लैला माल हो तो छैला धमाल हो, इसे 'सोने पर सुहागा' नहीं कहेंगे तो फिर क्या कहेंगे।
बेचारे जीजा जी
अब जब जीजाजी इतने 'हॉट'' होंगे तो फिर साली तो सताएगी ही न। वैसे किस्मत जबर है जीजा जी की।
थोड़ी हटकर डिमांड है
एक तरफ जहाँ हनी सिंह जैसे लोग दारू-दारू करते रहते हैं। वहीं दूसरी तरफ ये इंसान है जिसे दारु से नहीं मेहरारू से मतलब है।
काटे नहीं कटती ये रात
ये अलग तरह का नशा है। इंसान की रात नहीं कट रही मेहरारू के बिना।
जींस वाली भौजी
शायद इन भौजी का तकियाकलाम डायलॉग होगा कि "मेरी जीन्स ही मेरी पहचान है।"
ये है देसी स्वेग
जो बात गमछे में है वो किसी दूसरी एक्सेसरी में कहाँ। ऐसा स्वेग बिहार के अलावा आपने शायद ही कहीं और देखा हो।
ये कैसा सिंह है
आप सोच रहे होंगे कि कहीं गलती से तो 'गब्बर सिंह' को 'गोबर सिंह' नहीं लिख दिया? मगर 'गोबर सिंह' ही इस फिल्म का असल नाम है।
समझा राजा
राजा अब मैडम का दिमाग घूम गया है, इसलिए अब लाइन पर आजा। वरना डोले देखे हैं न मैडम के?
हमें उम्मीद है कि इन भोजपुरी फिल्मों के पोस्टर्स ने आपको जरूर गुदगुदाया होगा। इसलिए इन्हें अपने फ्रेंड्स के साथ शेयर करना न भूलें।
साभार: विट्टीफीड .कॉम