चीन. जनसंख्या और टेक्नॉलजी के मामले में नंबर वन हुआ पड़ा है. पाकिस्तान से आजकल “मोहब्बत बरसा देना तू सावन आया है” टाइप मोहब्बत फैला रखी है. बाकी इनका सब कुछ ठीक है लेकिन जो हमारी सीमाओं में घुस जाते हैं न, वो नाकाबिले बर्दाश्त है. कई बार तो मन करता है कि रॉकेट लॉन्चर लेकर जाएं और बॉर्डर पर ढिस ढिस ढिस ढिस करके चला दें. लेकिन फि टीवी पर डिबेट देखकर जोश ठंडा हो जाता है. कि जब ये लोग ही सब संभालने के लिए बैठे हैं तो हम काहे वहां फिजूल में वक्त बरबाद करें. लेकिन एक सवाल अक्सर दिमाग में आता है. आखिर ये चाइनीज लोग भारत में बार बार घुस क्यों आते हैं?
घंटों तक चिंतन मनन करने के बाद कुछ बेहद जेनुइन कारण निकलकर आए हैं. वादा और दावा है कि आपको भी इनमें दम लगेगा, इसलिए कृपया पढ़ने और ये चीजें बदलने का कष्ट करें. इन्हीं चीजों की वजह से चिढ़कर चाइना वाले यहां घुस आते हैं.
1. हर बात पर ड्रैगन
ये हम हिंदुस्तानियों की बड़ी अजीब आदत है. ऑस्ट्रेलिया वाले क्रिकेट में हार जाएं तो कहते हैं कंगारू हार गए. चीन के लोग कहीं कुछ कर लें तो कहते हैं “फिर ड्रैगन हुआ पागल.” मतलब क्या है यार. उसको चाइना कहने में क्या प्रॉब्लम है. अगर वो हमको गाय, तिरंगा या बाघ कहने लगें तो अच्छा लगेगा?
2. चाइनीज हीरो के नाम पर जैकी चैन
चीन की फिल्में मतलब जैकी चैन. जैसे चीन में कोई और एक्टर कभी पैदा ही नहीं हुआ. यार वहां का सिनेमा काफी आगे है. हां साउथ इंडियन मूवीज की तरह अक्सर एक्शन सीन में इमोशनल हो जाते हैं. लेकिन फिर भी उनके पास बहुत सारे अच्छे एक्टर्स हैं, ये बात अब स्वीकार कर लेनी चाहिए.
3. चाऊमीन वाले जोक्स
10 रुपए में हाफ प्लेट चाऊमीन वो भी गली गली में. वो भी उसमें शिमला मिर्च, पत्ता गोभी, सोयाबीन, हाथी दांत, सियार सिंगी, कस्तूरी, शेर के बाल, दधीचि की खाल यानी संसार की सारी चीजें मिल जाती हैं. ये सबको पता है लेकिन इन फैक्ट्स का हर जोक्स में इस्तेमाल जोक को और सस्ता बना देता है. चाइनीज अपनी डिश पर इतने सस्ते जोक्स नहीं झेल सकते.
4. मोमोज चाइनीज नहीं है
मोमोज बेचने वाला हर बंदा चाइना से नहीं आया. और न ही ये डिश चाइनीज है. इस पर बार बार चाइनीज होने का इल्जाम लगाकर चीन को चिढ़ाना बंद कीजिए.
5. साइज और आंखों का मजाक
ये तो टू मच हो चुका है यार. आंखों में सिर्फ लकीर दिखती है तो क्या हुआ. साइज में छोटे होते हैं तो क्या हुआ. कम से कम मजाक उड़ाना भी है तो कुछ नया लाओ. इसी मजाक से परेशान होकर वो बार बार यहां आ जाते हैं.
6. हवा हवाई का क्या मतलब
चाइना से लोग अपने यहां पहले भी आते थे. लेकिन 1987 से ज्यादा आने लगे. उसकी वजह श्रीदेवी थी. इन्होंने हवा हवाई गाने में जो पहले चाइनीज भाषा यूज की थी, उसका पता लगाने चाइना के लोग आज भी आते हैं लेकिन अभी तक कुछ पता चला नहीं है.
7. कुत्ता उबाल के खाने वाला स्टीरियो टाइप
ऐसी दो चार खबरें और काकरोच खाने वाले दो चार चुटकुले आ जाते हैं तो सत्यानाश हो जाता है. अब लोगों को पता है कि चीन की गलियों में कुत्ते नहीं होंगे. क्योंकि वो लोग उबाल के खा लेते हैं. उनके सामने दिखने वाली हर चीज खाने के लिए होती है, ऐसा मान के चलते हैं. इसी वजह से वो हम पर भरोसा नहीं करते.
8. फोन का मजाक
चाइनीज फोन पर इतने चुटकुले बन चुके हैं उतनी तो चीन की कुल जनसंख्या नहीं है. ऐसा लगता है कि चीन सिर्फ थर्ड क्लास टुच्ची क्वालिटी का ही सामान बनाता है. अरे भैया हमारे यहां लगभग सारा इलेक्ट्रॉनिक सामान वहीं से आता है. यही बात साबित करने के लिए वो लोग भी आते हैं.
9. सारे चाइनीज एक जैसे
ये इत्ता बड़ा स्टीरियो टाइप है कि राम से काम. कोई भी दो चाइनीज एक जैसे नहीं होते. इस बात का सुबूत देने वो यहां घुसते रहते हैं. ताकि अच्छे से ठोंक बजाकर चेक कर लो कि पर्याप्त अंतर है.
10. शिफू जी
हमारे यहां एक शौर्य भरद्वाज शिफू जी हैं. उन्होंने शिफू जी का नाम चीन से उठाकर उसकी ऐसी छीछालेदर की है कि वो चीन के लोग उनसे बदला लेने यहां आते रहते हैं. लेकिन ये भी जेम्स बॉन्ड के नाना हैं, उनको मिलते ही नहीं.
साभार:द लल्लनटॉप