‘बलात्कारी बाबा’ की गिरफ़्तारी के बाद से देश ने ना जाने कितने ही खुलासे देखें हैं. एक के बाद एक हो रहे इन खुलासों से जहाँ देश दंग है इसी बीच बाबा राम रहीम के दामाद ने बाबा के बारे में ऐसा चौंकाने वाला खुलासा कर दिया है जिसे सुनकर आपके पैरों तले की ज़मीन खिसकनी तय है.
2009 दिसम्बर को राम रहीम ने अपने डेरे पर एक शानदार फंक्शन रखा था. इसी पार्टी में बाबा ने ख़ासतौर पर अपने एक भक्त विश्वास गुप्ता को आमंत्रित किया. बाबा को ना जाने क्या सूझी कि उन्होंने इसी फंक्शन में एलान किया कि, “विश्वास गुप्ता की पत्नी प्रियंका को वो अपनी धर्मबेटी स्वीकार रहे हैं.”
एक भगवान् रुपी इंसान से इतना सम्मान पाकर उनके मुंहबोले दामाद बन चुके विश्वास भी अब फूले नहीं समा रहे थे, लेकिन ये खुशियाँ महज़ चंद दिनों की साबित हुईं. डेरे में यूँ तो विश्वास को कुछ दिनों के लिए भरपूर सम्मान दिया गया लेकिन ये सम्मान उस दिन शीशे की तरह टूट गया जिस दिन उन्होंने अपनी पत्नी (राम रहीम की बेटी) और खुद गुरमीत राम रहीम को आपत्तिजनक हालत में रंगे हाथों पकड़ लिया.
अब एक-एक करके सारे उलझे तार सुलझ गए. विश्वास को पता चल गया कि बाबा की नज़र हनीप्रीत पर पहले से ही थी, और इसलिए हनीप्रीत को उसने सबके सामने अपनी मुँहबोली बेटी बनाया ताकि वो अपना अवैध सम्बन्ध छुपा सके और फिर जुट गए अपने घटिया मंसूबों को पूरा करने.
क्या था पूरा वाकया
इस हादसे का ज़िक्र करते हुए विश्वास बताते हैं कि मई 2011 की वो रात जिसने एक ही पल में विश्वास गुप्ता की सारी खुशियां निगल ली उस वक़्त दरअसल विश्वास यूँ ही डेरे में बाबा की गुफा की तरफ गए थे. विश्वास के अनुसार उस रात शायद गलती से ही बाबा के कमरे का दरवाजा खुला रह गया था, जिसके अंदर जब विश्वास ने झांका तो नजारा देख उनके पैरों तले मानो जमीन ही खिसक गई.
बाबा उस वक़्त अपनी मुंहबोली बेटी हनीप्रीत के साथ आपत्तिजनक अवस्था में थे. अब बाबा को पता चल गया था किविश्वास ने उन दोनों को रंगेहाथ पकड़ लिया है जिसपर उसने विश्वास को चुप न रहने पर जान से मारने की धमकी दे डाली. विश्वास को पता था कि वो बाबा के आगे नहीं टिक सकते थे इसलिए इस हादसे के बाद विश्वास और उनका पूरा परिवार डेरा छोड़कर पंचकुला में किराए के मकान में रहने लगा, हाँ लेकिन यहाँ भी बाबा के गुंडों ने उन्हें धमकाना जारी रखा.
जानकारी के लिए बता दें कि ये सारी बातें विश्वास गुप्ता ने अपनी उस याचिका में बताई हैं, जो उन्होंने हरियाणा एवं पंजाब हाईकोर्ट में दाखिल कर बाबा पर बीवी कब्जाने का आरोप लगाया, विश्वास ने कोर्ट से बीवी की रिहाई की मांग की थी. पांच अक्टूबर 2011 को इंडिया टीवी ने इस पर तफ्सील से रिपोर्ट की थी। उस वक्त बाबा राम रहीम पर उनके मुंहोबोले दामाद विश्वास गुप्ता के खुलासे ने हड़कंप मचा दिया था.
इस मामले में सबसे ज्यादा खास बात तो ये है कि आज भी हनीप्रीत अपने पति विश्वास के साथ नहीं बल्कि बाबा राम रहीम के साथ ही रह रही थीं. साथ ही हम आपको बता दें कि हनीप्रीत का असली नाम प्रियंका है. विश्वास गुप्ता रिपोर्ट में कहते हैं कि,
“14 फरवरी 1999 को फतेहाबाद की प्रियंका से खुद बाबा राम रहीम ने उनकी शादी कराई. पहले तो वे बाबा की कुत्सित मंशा नहीं भांप पाए. मगर जब पता चला तो उनकी जिंदगी उजड़ चुकी थी. इंडिया टीवी की उस रिपोर्ट में विश्वास गुप्ता कहते हैं कि अगर बाबा गुरमीत राम रहीम मेरी पत्नी हनीप्रीत को धर्मबेटी मानते हैं तो फिर दूर क्यों रखते हैं. जब होटलों में बाबा जाते रहे तो मुझे बगल वाले कमरे में भेज दिया जाता था, जबकि मेरी पत्नी रात में बाबा के साथ रहती थी. बाबा मुंहबोली बेटी को दामाद के साथ रहने से क्यों रोकते हैं. जब विश्वास गुप्ता ने पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में मुकदमा ठोंककर डेरा सच्चा सौदा प्रमुख के कब्जे से बीवी को मुक्त कराने की मांग की. जिस पर कोर्ट ने हरियाणा के डीजीपी को एक्शन का निर्देश दिया था.”
साभार: इंसिस्टपोस्ट .कॉम