कहते हैं प्यार और जंग में सब जायज है। कुछ ऐसा ही वाकया देखने को मिला यूपी के आजमगढ़ में जहां एक नाबालिग छात्रा कोचिंग में पढ़ते-पढ़ते अपने ही गुरु को दिल दे बैठी और अब उसे इसका परिणाम भुगतना पड़ रहा है।
एसटीएफ की लखनऊ यूनिट द्वारा बुधवार रात मुरादाबाद के मझोला इलाके से एक इनामी शिक्षक को गिरफ्तार किया। वह आजमगढ़ की नाबालिग छात्रा को अगवा कर तीन साल से भागा हुआ था। छात्रा आरोपी के पास ही कोचिंग पढ़ती थी, जिसके साथ वह शादी कर अब गांगन में किराए पर रह रहा था।
आरोपी के खिलाफ डीआईजी आजमगढ़ ने आरोपी शिक्षक के खिलाफ 12 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। एसटीएफ ने उसे बृहस्पतिवार रात को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे ट्रांजिट रिमांड पर लिया गया है। आरोपी और उसके कब्जे से बरामद छात्रा (कथित पत्नी) को आजमगढ़ कोर्ट में पेश किया जाएगा।
एसटीएफ के लखनऊ स्थित हेड क्वार्टर में कार्यरत सीओ अमित नागर ने अपनी टीम के साथ आरोपी शिक्षक को ट्रेस कर गांगन से गिरफ्तार किया है। सीओ ने बताया कि आजमगढ़़ के बागेश्वर नगर थाना कोतवाली में रहने वाले भानू प्रताप सिंह की 17 वर्षीय बेटी लक्की उर्फ तपस्या 2014 से लापता थी।
इस मामले में किसान ने राधेश्याम यादव निवासी लोहिया थाना जैतपुर जिला अंबेडकर नगर के खिलाफ तपस्या को अगवा करने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। डीआईजी आजमगढ़ धर्मवीर ने छात्रा की बरामदगी न होने पर आरोपी शिक्षक के खिलाफ 12 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।
‘कोचिंग के दौरान हुआ शिक्षक से प्यार तो कर ली शादी’
आरोपी की तलाश की जा रही थी, एक सूचना पर उसे बुधवार को मझोला के गांगन में स्थित एक मकान से पकड़ा गया है। आरोपी के कब्जे से छात्रा को भी बरामद कर लिया गया है। पुलिस हिरासत में आरोपी ने बताया कि उसने छात्रा से शादी कर ली है। छात्रा के दो बच्चे हैं।
सीओ एसटीएफ अमित नागर ने बताया कि आरोपी को मुरादाबाद कोर्ट में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर लिया गया है। आजमगढ़ पुलिस भी छात्रा की बरामदगी की सूचना पर मुरादाबाद पहुंची। सीओ ने बताया कि शिक्षक और छात्रा को आजमगढ़ में ले जाकर वहां पर कोर्ट में पेश किया जाएगा।
आरोपी की तलाश की जा रही थी, एक सूचना पर उसे बुधवार को मझोला के गांगन में स्थित एक मकान से पकड़ा गया है। आरोपी के कब्जे से छात्रा को भी बरामद कर लिया गया है। पुलिस हिरासत में आरोपी ने बताया कि उसने छात्रा से शादी कर ली है। छात्रा के दो बच्चे हैं।
सीओ एसटीएफ अमित नागर ने बताया कि आरोपी को मुरादाबाद कोर्ट में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर लिया गया है। आजमगढ़ पुलिस भी छात्रा की बरामदगी की सूचना पर मुरादाबाद पहुंची। सीओ ने बताया कि शिक्षक और छात्रा को आजमगढ़ में ले जाकर वहां पर कोर्ट में पेश किया जाएगा।
पुलिस हिरासत में तपस्या ने बताया कि कोतवाली क्षेत्र में ही राधेश्याम रहता था। उससे वह कोचिंग पढ़ने के लिए जाती थी। शिक्षक ने खुद को अविवाहित बताया था। इस दौरान छात्रा और शिक्षक के बीच प्रेम प्रसंग शुरू हो गया। इसकी भनक उसके परिजनों को हो गई थी।
छात्रा और शिक्षक अलग अलग जाति के थे। परिजनों ने छात्रा का आरोपी से मिलना जुलना बंद करवा दिया था, जिसके बाद वह घर से भागकर आरोपी के साथ मुरादाबाद आ गई। यहां पर पहले होटल में फिर वह किराए पर गांगन में रहने लगे। मुरादाबाद में ही स्थित एक मंदिर में उसने राधेश्याम से शादी कर ली।
राधेश्याम एमएससी पास है, उसने अमरोहा के जोया में स्थित एसएन इंटर कालेज में पढ़ाना शुरू कर दिया और तपस्या ने घर पर ही कोचिंग पढ़ाना शुरू कर दिया। तपस्या ने बताया कि वह बालिग है। अपने पति राधेश्याम के साथ ही रहना चाहती है।
आरोपी की हो चुकी है शादी, सुनाई ये कहानी
आरोपी ने पुलिस हिरासत में बताया कि उसकी शादी किशोरावस्था में ही परिजनों ने कर दी थी। वह अपनी पत्नी को पसंद नहीं करता था। आजमगढ़ में कोचिंग पढ़ाने के दौरान ही उसे तपस्या से प्यार हो गया था। हालांकि उसने बताया कि तपस्या परिजनों की डांट के कारण खुद ही घर से भाग गई थी।
उसके पिता ने राधेश्याम के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई तो वह गिरफ्तारी के डर से वहां से भाग आया। दो साल बाद वर्ष 2016 में तपस्या का उसके पास फोन आया तो उसने उसे मिलने के लिए मुरादाबाद बुला लिया। दोनों ने शादी की और साथ साथ रहने लगे।
आरोपी ने बताया कि उसका बड़ा बेटा एक साल है जबकि बेटी एक महीने की है। हालांकि पुलिस का कहना है कि आरोपी नाबालिग छात्रा को अगवा करने के आरोप से बचने के लिए झूठी कहानी मीडिया को सुना रहा है, वह छात्रा को साथ ही लेकर भागा था।
परिजनों को पता भी नहीं था कि बेटी जिंदा भी है या नहीं
सीओ अमित नागर ने बताया कि छात्रा की बरामदगी न होने पर परिजनों और उनकी बिरादरी के लोगों में आक्रोश था वह लगातार बेटी की बरामदगी की मांग कर रहे थे। परिजनों को बेटी के साथ अनहोनी का डर सता रहा था। उन्हें यह भी नहीं पता था कि बेटी जिंदा भी है या नहीं।
छात्रा और शिक्षक के अलग अलग जाति के होने के कारण मामला काफी संवेदनशील हो गया था। आजमगढ़़ में कानून व्यवस्था के बिगड़ने का डर सता रहा था। पुलिस की छवि धूमिल हो रही थी। हाईकोर्ट ने छात्रा की बरामदगी को लेकर सख्त आदेश दिए थे तो एसटीएफ को छात्र की तलाश में लगाया गया।
रिश्तेदार को फोन करने पर पकड़ में आया आरोपी
छात्रा को भगा कर मुरादाबाद लाने के बाद आरोपी ने अपने परिजनों से संपर्क करना बंद कर दिया था। छात्रा ने भी परिजनों को एक भी बार फोन नहीं किया। इस वजह से आजमगढ़ पुलिस उन्हें ट्रेस नहीं कर पा रही थी।
सूत्रों ने बताया कि आरोपी पिछले कई माह से अपने रिश्तेदार को फोन कर रहा था, वह रिश्तेदार उसे छात्रा और उसके परिवार के बारे में पूरी जानकारी देता था। एसटीएफ को इसकी जानकारी मिल गई तो उसने आरोपी को धर दबोचा।