प्यार की अपनी अलग खूबसूरती और चार्म होता है। फिर चाहे वो शादी के बाद हो या शादी के पहले। आज कल की जनरेशन में सबसे कॉमन बहस, प्यार को लेकर ही की जाती है। बस इस बहस का नाम बदल दिया गया है। इस बहस को अब हम लव मैरिज या अरेंज मैरिज का चश्मा लगाकर देखते हैं।
खैर, स्कूल या कॉलेज में अक्सर ऐसा होता था कि दोस्त पूछ लेते थे 'यार, अरेंज मैरिज करना चाहिए या लव मैरिज?' जहाँ सवाल पूरा हुआ नहीं कि प्यार को लेकर जंग छिड़ जाती थी। अरेंज और लव मैरिज वाले अपने-अपने तर्कों को सामने रखते थे। साथ-साथ एक दूसरे को गलत साबित करने में भी लगे रहते थे।
इसी बात को ध्यान में रखते हुए हम आपसे इस मुद्दे पर बात करने वाले हैं। तो फिर देर किस बात की है। आइए जानते हैं पूरा मामला।
हमारी पसंद होती तो...
लव मैरिज करने पर सबसे बड़ा पंगा आपकी सास के साथ हो सकता है। आपको जरा सी गलती पर बातें सुनना पड़ सकती है कि, 'हमारी पसंद की लाते तो ऐसा न होता।' यदि ऐसा होता भी है तो कोई बात नहीं, क्योंकि सास भी कभी बहू थी। हा..हा..हा।
सास शक्कर सी तब भी...
मेरी बहू तो हीरा है
अरेंज मैरिज में आपको सबसे ज्यादा सहूलियत इस बात की मिलती है कि आप पहले ही सबको पसंद आ चुके होते हैं। जरा सी मेहनत और कर ली जाए तो बची हुई जंग भी जीती जा सकती है। याद है ना 'दुल्हन वही जो पिया मन भाए'।
इतना नहीं सिखाया माँ ने
जबकि लव मैरिज में पिया को अपनी दुल्हन पहले ही भा चुकी होती है। यहाँ पर आपको बाकी लोगों का दिल जीतने की जरूरत है। वरना सोच लीजिए आपके पति को लोग 'जोरू का गुलाम' कहने लग जाएँगे। हा..हा..हा।
आ करीब आ
अरेंज मैरिज में शरिरिक संबंध बनाते समय आपको थोड़ा अजीब जरूर लग सकता है। यदि आपका पार्टनर समझदार हो तो ये दिक्कत भी नहीं आती।
ऐसे न मुझे तुम देखो
लव मैरिज में शारीरिक संबंध बनाते समय ये फायदा होता है कि आपका पार्टनर आपको पहले से जानता है और समझता भी है। आपकी मर्जी के खिलाफ वे आपसे जबरदस्ती कुछ नहीं कर सकता।
हौले-हौले हो जाएगा प्यार
अरेंज मैरिज में आप पहले एक-दूसरे को समझते हैं। उसके बाद धीरे-धीरे आप दोनों के बीच प्यार होने लगता है, जिससे रिश्ते में नयापन बना रहता है।
मैं क्या करूँ राम मुझे बुड्ढा मिल गया
लव मैरिज में भले ही नयापन थोड़ा कम हो लेकिन एक-दूसरे को आप पहले से जानते हैं, जिस वजह से शादी के बाद आपको अपनी फीलिंग्स शेयर करने में ज्यादा समय नहीं लगता।
तेरा साथ है तो..
अरेंज मैरिज में आपको पहले से अपने पार्टनर की आदतों के बारे में पता नहीं होता। आप धीरे-धीरे एक-दूसरे के रंगों में ढलते जाते हैं। आपको आपके पार्टनर का साथ अच्छा लगने लगता है।
तुम बदल न जाना...
लव मैरिज में आप एक-दूसरे से इतने ज्यादा परिचित होते हैं कि बिना संकोच किये आप अपने पार्टनर के साथ खुलकर जीवन बिता सकते हैं। ये भी एक अच्छी बात है।
जवाब यह है
लव मैरिज और अरेंज मैरिज एक ऐसा मुद्दा है, जिस पर कभी बहस खत्म नहीं हो सकती। इसी बीच जो अहम बात होती है, वही पीछे छूट जाती है। वह ये कि रिश्तों की मजबूती आपसी समझदारी से बढ़ती है, फिर चाहे आपने अरेंज मैरिज की हो या लव मैरिज।
इस बात का रखें ध्यान
शादी का मतलब होता है, ऐसे जीवनसाथी के साथ जीवन बिताना जो आपको समझे, ता-उम्र आपके साथ रहे। आपके हर सुख-दुःख में आपके साथ हो। इससे फर्क नहीं पड़ता कि आपने शादी के पहले प्यार किया या शादी के बाद।
हमे कमेंट्स के जरिए जरूर बताइए कि क्या आप भी इस विचार से सहमत हैं।