रक्षा बंधन का मौका था. छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में रेजिडेंशल स्कूल में प्रोग्राम चल रहा था. CRPF के जवानों को 500 लड़कियां राखी बांधने आई थीं. आरोप है कि कुछ लड़कियां बाथरूम में गईं तो वहां तैनात CRPF के जवान भी उनके पीछे-पीछे गए. और तलाशी के नाम पर उनके कपड़े उतरवाए. लड़कियों को सेक्शुअली हैरेस किया गया. इस हरकत के बाद लड़कियां इतना डर गईं कि किसी को बताया नहीं. बाद में एक लड़की ने अपने सहेली से बताया. तो उसकी सहेली ने भी अपने साथ ऐसी हरकत होने की बात कही. इसके बाद और भी लड़कियों ने ऐसी ही हरकत होने की बात कही. और मामले का खुलासा हो गया.
सुनकर भी कितना शर्मनाक लगता है ये, कि रक्षाबंधन का दिन, जिस दिन भाई अपनी बहनों की रक्षा की कसमें खाते हैं. और देश के वो जवान, जिनपर आंख मूंदकर भरोसा किया जाता है कि ये हमारी सुरक्षा करेंगे. जब वही वहशी बन जाएं. तो कहां तक महफूज़ रहा जा सकता है.
जब इस मामले की शिकायत पुलिस में की गई तो जिलाधिकारी, पुलिस एसपी और सीआरपीएफ के डीआईजी ने बालिका आश्रम गवर्नमेंट गर्ल्स स्कूल का दौरा किया. मामले की जांच के लिए टीम बनाई, जिसमें दो महिला सदस्य भी थीं. जांच के बाद CRPF के दो जवानों को सस्पेंड कर दिया गया है. दंतेवाडा के एसपी कमलोचन कश्यप का कहना है कि जिन दो जवानों ने स्टूडेंट्स से गंदी हरकत की, उनकी पहचान लड़कियों के बयानों और प्रोग्राम के फोटोग्राफ देखकर की गई. इनमें से एक कॉन्स्टेबल शमीम अहमद (31) को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया है. वो CRPF की 231 बटालियन से जुड़ा है. दूसरे जवान को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की टीम भेजी गई है. वह 3 अगस्त से छुट्टी पर है और माना जा रहा है कि घटना के बाद उत्तरांचल के देहरादून में अपने घर गया है.
न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में बताया गया था कि सोशल एक्टिविस्ट हिमांशु कुमार ने इस मामले को फेसबुक पर उठाते हुए लिखा था कि कम से कम चार लड़कियों के साथ जवानों ने गंदी हरकत की है. कुमार ने आरोप लगाया था कि लड़कियों के अलावा ग्रामीणों ने भी घटना की पुष्टि की है. लेकिन मीडिया में आई ख़बरों में कहा गया है कि कई लड़कियों को सेक्शुअली हैरेस किया गया है.
रक्षाबंधन पर हुए प्रोग्राम में 500 स्कूली लड़कियों ने हिस्सा लिया था और CRPF के जवानों को राखी बांधी थी. इस प्रोग्राम को 7 अगस्त को एक स्थानीय समाचार चैनल पर भी दिखाया गया था.
स्कूल की हॉस्टल वॉर्डन ने जिला प्रशासन को दी शिकायत में कहा था कि CRPF के जवानों ने कथित तौर पर लड़कियों का टॉयलेट तक पीछा किया और तलाशी लेने के नाम पर उन्हें सेक्शुअली हैरेस किया. इसी शिकायत के आधार पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी. दंतेवाड़ा नक्सल प्रभावित इलाका है. यहां तैनात CRPF कुछ सालों से इस तरह के प्रोग्राम करा रही है.
ये पहला मौका नहीं है जब सिक्योरिटी फोर्सेज के जवानों पर इस तरह के आरोप लगे हों. जनवरी 2017 में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने पाया था कि 2015 में बीजापुर में कम से कम 16 महिलाओं का रेप हुआ. सेक्शुअली हैरेस किया गया. इसके लिए सिक्योरिटी फोर्सेज को ही ज़िम्मेदार ठहराया गया. ह्यूमन राइट्स का हनन होने के मामले मीडिया में आते रहे हैं. सोनी सूरी की वेजाइना में पत्थर भरने का मामला तो सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचा था. जिसका इल्ज़ाम पुलिस पर लगा था.
साभार: द लल्लनटॉप