जीवन में कभी ऐसे पल भी आते हैं जब हम ना चाहते हुए भी अपराध या गलतियां कर देते हैं। वह गलतियां तब तक गलतियां रहती हैं जब बात बहुत आगे नहीं बढ़ती,
किंतु जब बात बहुत आगे बढ़ जाती है, तो वही गलती एक अपराध का रूप ले लेती है ।जिसका बोध व्यक्ति के मन में हमेशा रहता है।
वह चाह कर भी उस अपराध बोध से मुक्त नहीं हो पाता इसमें गलती किसकी कहीं जाए यह तय करना मुश्किल है। इसमें गलती राजीव की जिसने समय रहते अवनी को सब कुछ सच सच बताया नहीं??
या फिर उसकी परिस्थितियों की जो उसे ऐसा करने का मौका ही ना दे पायी या फिर अवनी की जो धैर्य न रख सकी और सारा दोष राजीव के सिर पर मढ़ दिया,,,
गलती किसी की भी हो किंतु सजा तो दोनों प्यार करने वालों को मिली राजीव जिन परिस्थितियों से गुजर रहा था, उसमें उसको अवनी के कंधे की सहारे की जरूरत थी,
किंतु उसे अवनी के सहारे की जगह अवनी की अवहेलना झेलनी पड़ी, अवनी इतने दिनों से जबरदस्ती राजीव को दोषी मानकर खुद को भी सजा दे रही थी और उसे भी क्योंकि राजीव से दूर अवनी का रहना असंभव ही था, वह बेचारी तो किसी तरह अपना मन मार कर राजीव की यादों के सहारे दिन गुजार रही थी।
मयंक के मुंह से यह सब सुनकर अवनी मानो पागल हो गई, वह बेचैन होती है, उसका शरीर उसके बस में नहीं रहता तेज कदमों से पीछे पलट कर चलती जाती है।
पीछे खड़े मयंक और नीलम उसको देखते रहते हैं तभी नीलम आवाज देती है कहां जा रही हो ??अवनी कुछ नहीं बोलती बल्कि और तेज कदमों से वह बढ़ती जाती है।
और कॉलेज के गेट के बाहर निकल जाती है मयंक नीलम से कहता है नीलम जी इस समय अवनी जी की मानसिक स्थिति मुझे ठीक नहीं लग रही है प्लीज आप उनके पीछे जाइए ?
और देखिए वह कहां जा रही है, नीलम कुछ दौड़ते हुए अवनी अवनी चिल्लाती हुई कॉलेज गेट के बाहर आती है लेकिन अवनी को तो जैसे कोई सुध बुध ही नहीं थी वह चुपचाप चलती रहती है।
नीलम दौड़ कर उसके समीप जाती है और पीछे से उसको पकड़ कर कहती है क्या हो गया तुमको ???नीलम की नजर उसके चेहरे की तरफ जाती है उसकी आंखों में आंसू भरे रहते हैं।
कुछ आंसू गालों तब बह कर आते हैं ,और कुछ गालों से भी नीचे लुढ़क जाते हैं नीलम अवनी के चेहरे की ओर देखकर कहती हैं तुम रो क्यों रही हो? क्या हो गया? अवनी ने कहा बहुत कुछ हो गया अब क्या बाकी ही रह गया? नीलम बोली तुम जा कहां रही हो? अवनी ने कहा मैं जा रही हूं अपने अपराधों के लिए क्षमा मांगने,
"अपराध"! कौन सा अपराध क्या किया है तुमने?? जो तुम क्षमा मांगोगी? अवनी ने नीलम से कहा पहले ही बहुत देर हो गई है ,प्लीज मुझे जाने दो अब मुझे मत रोको ,,,,,**
नीलम ने कहा हां हां चली जाना पर जाना कहां है ,,?अवनी ने कहा राजीव के पास नीलम बोली मयंक से पूछ तो लेना था कि राजीव है कहां??
अवनी ने कहा जहां भी होगा मैं उसे ढूंढ जरूर लूंगी और अपने अपराधों के लिए उससे क्षमा जरूर मांगूंगी यह कहती हुई अवनी राजीव के रूम की तरफ बढ़ती जाती है उसके पीछे नीलम कुछ दौड़ती हुईआती है।
मयंक के कॉलेज चले जाने के बाद राजीव फिर से लेट कर सो जाता है फिर कुछ देर बाद उठ कर फ्रेश होने चला जाता है तभी ,जैसे ही वह नहा कर निकलता है सामने से दरवाजा खटखटाने की आवाज आती है।
राजीव ने सोचा मयंक आया होगा हो सकता है उसकी एस्टा क्लास नहीं हुई होगी? यही सोच कर राजीव दरवाजा खोल देता है सामने अवनी को देखकर एकदम ठिठक जाता है,।
क्योंकि वह बाथरूम से सीधे निकला था और उसने बस एक मात्र तौलिया लगा रखी थी ,तुरंत पलट कर एक टी-शर्ट उठा कर अपने बदन पर डाल लेता है। अवनी चुपचाप ही खड़ी रहती है।
उसको देखते ही राजीव कहता है"और तुम" और तुम" इस तरह रो क्यों रही हो? क्या हो गया? राजीव के पूछने पर अवनी जैसे अपने बस में ही ना हो वह रोने लगी ,,
उसको चुप कराने के लिए राजीव ने नीलम की ओर इशारा किया नीलम समझ तो गई किंतु उसने बताया कि वह बहुत देर से चुप कराने की कोशिश कर रही है किंतु उसके बस की बात नहीं है, राजीव आगे बढ़ा और अवनी के सिर पर हाथ रखकर उसको कमरे के अंदर ले आता है नीलम की उसके पीछे आती है।
अवनी रोते हुए राजीव से कहती है कि मुझे माफ कर दो तुमने मुझे पूरी बात क्यों नहीं बताई? मुझे तो कुछ पता ही नहीं कि तुम्हारे साथ क्या हुआ?
मैं तो जबरदस्ती तुम पर नाराज थी राजीव ने कहा कोई बात नहीं अब तो आपको सच पता चल गया कि किस कारण से मैंने आपके पास फोन नहीं किया,,,
और ना ही आपका फोन उठाया बहुत देर तक राजीव अवनी को समझाता रहता है अवनी चुपचाप राजीव की बातें ध्यान से सुनती रहती है, और उसकी आंखों से आंसू गिरते रहते हैं।
राजीव अपने दोनों हाथों से उसके चेहरे को अपने हाथ में लेकर उसके आंसू को पोंछ देता है ,और कहता है पहले आप रोना बंद करिए इतना समझाने के बाद भी लगातार बच्चों की तरह रो रही है।
राजीव ने अवनी से कहा कमसे कम चुप होकर बताएंगी तो मुझे भी आपकी बातें समझ आएंगी अवनी ने राजीव की ओर देखते हुए कहा जिस समय तुम्हे मेरी सबसे ज्यादा जरूरत थी, तब मैं तुमसे रूठ कर बैठी थी,
यह बात मुझे बहुत ज्यादा परेशान कर रही है प्लीज राजीव मुझे इस सिचुएशन से बाहर निकालो राजीव ने अवनी के चेहरे से अपना हाथ हटा दिया और कहने लगा कि कौन सी सिचुएशन? कैसी सिचुएशन? अवनी ने कहा कि मैं बाबा की कही बात कर रही हूं तुमको नहीं पता अवनी बोली इसी कारण मैं आपसे माफी मांगने आई हूं राजीव प्लीज मुझे माफ कर दो और हमारी वजह से आपको जो तकलीफ हुई उसके लिए भी हम माफी मांगते हैं
आगे जानने लिए पढ़ते रहे प्रतिउत्तर ॽॽॽ क्रमशः।।