मौसम ने कैरेबियन द्वीप-समूह को रौंद दिया है. इरमा नाम का चक्रवात आया है. कह रहे हैं कि पिछले 100 सालों में अटलांटिक के अंदर इससे विनाशक चक्रवात नहीं आया. इसने कैरीबियन द्वीप-समूह के बड़े हिस्से को लगभग तबाह ही कर दिया है. इरमा 185 मील प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली जानलेवा हवाओं को साथ लेकर आया है. ये हवाएं घरों को पूरी तरह बर्बाद कर रही हैं. पेड़ों को जड़ सहित उखाड़ कर फेंक दे रही है. लोग लिख रहे हैं. इरमा को सर्वनाश बता रहे हैं.
महीनों तक रहेगा इरमा की बर्बादी का असर
इसके कारण महीनों तक बिजली और पानी की सप्लाई बंद हो सकती है. भयंकर बाढ़ आने की भी चेतावनी है. इरमा गुरुवार सुबह प्यूरिटो रिको के पास से गुजरा. इरमा लीवर्ड आइलैंड्स और दक्षिणपूर्वी अमेरिका की ओर बढ़ रहा है. डोमिनिकन रिपब्लिक, हैती, दक्षिणपूर्वी बाहमास भी भी इसकी चपेट में आएंगे. ऐंटिगुआ. बारबूडा. ऐंगुला. सेंट किट्स ऐंड नेविस. सेंट मार्टिन ऐंड सेंट बार्ट्स. वर्जिन आइलैंड्स. प्यूरिटो रिको. इन सारे द्वीपों पर सबसे ज्यादा तबाही आई है.
जहां से गुजरेगा इरमा, तबाही बरसाता चलेगा
ये तूफान अपने रास्ते में आने वाले इलाकों को बर्बाद करता जा रहा है. लाखों लोग चपेट में आ रहे हैं. तूफान गुजरने के बाद महीनों तक इसका असर बना रहेगा. प्रशासन कितनी भी तैयारी कर ले, लेकिन इतने मजबूत तूफान के सामने उसकी तैयारियां कम ही साबित होंगी. अमेरिका के भी हाथ-पांव फूले हुए हैं. अटलांटिक क्षेत्र में दो और चक्रवात तैयार हो गए हैं. जोस और काटिया. कैरेबियन आइलैंड्स को इनसे भी जूझना होगा. हालांकि इरमा के मुकाबले ये दोनों काफी कमजोर हैं. कैरेबियन के छोटे-छोटे द्वीपों को इरमा ने पहले ही मथ दिया है. अब अगर जोस और काटिया से भी जूझना पड़ा तो कमर ही टूट जाएगी.
क्यों इतना खतरनाक बन गया है इरमा इरमा कैटेगरी 5 का तूफान है. केवल हवा की रफ्तार से चक्रवात का खतरा नहीं मापा जाता. तीन चीजें हैं जो चक्रवात को खतरनाक बनाती हैं. एक, तूफान के कारण आई बाढ़. दूसरा, मूसलाधार बारिश. तीसरी, तबाही फैलाने वाली तेज हवाएं. कैटेगरी 5 के तूफान में ये तीनों चीजें चरम पर होती हैं. अटलांटिक में पैदा होने वाला ये आज तक का सबसे मजबूत चक्रवात है. 33 घंटे से ज्यादा वक्त से तूफान की हवाओं ने 185 मील प्रति घंटे की रफ्तार कायम रखी है. ये अपने आप में रेकॉर्ड है.
30 अगस्त को पैदा हुआ इरमा बुधवार को कैरीबियन आइलैंड से टकराया. बारबूडा कम से कम 90 फीसदी बर्बाद हो गया है. यहां करीब 1,700 लोग रहते हैं. 90 फीसद से ज्यादा घर तबाह हो गए हैं. आधे से ज्यादा घर रहने लायक नहीं बचे. लोग बेघर हो गए हैं.
तबाही की भरपाई में लग जाएंगे कई साल
ऐंटीगुआ और बारबूडा के PM गैस्टन ब्राउन ने कहा कि तबाही की भरपाई करने में कई साल जाएंगे. उन्होंने जलवायु परिवर्तन पर इस तबाही का ठीकरा फोड़ा. क्लाइमेंट चेंज को खारिज करने वाले नेताओं पर भी बरसे. बरबूडा के बाद इरमा सेंट मार्टिन और अंगुला की ओर बढ़ गया. तेज हवाओं के आगे कुछ भी नहीं ठहर रहा. इन जगहों का बाहरी दुनिया से संपर्क कट गया है. यहां महीनों तक बिजली की सप्लाई बहाल नहीं हो सकेगी. इन जगहों को फिर से बसाने में सरकार और प्रशासन के पसीने छूट जाएंगे. नहीं मालूम कि इस सबमें कितना समय लगेगा.
ऐसे भीषण तूफान से निपटने को कोई कितनी तैयारी करे
चक्रवातीय तूफान में सबसे ज्यादा मौतें तेज हवा से नहीं होतीं. तूफानी लहरों और तटीय इलाकों में आई बाढ़ से होती हैं. अगले कुछ दिनों तक इरमा कैटगरी 5 का तूफान बना रहेगा. अमेरिका का फ्लोरिडा प्रांत भी इरमा से टकरा सकता है. तैयारियां चालू हैं. आशंका है कि कैटगरी 4 या 5 का भयंकर तूफान फ्लोरिडा से टकराए. फिलहाल इरमा का रूट ठीक-ठीक नहीं बताया जा सकता है. हो सकता है कि ये राह बदले. देखना होगा कि इरमा पूरब मुड़ता है या पश्चिम. इससे तय होगा कि फ्लोरिडा के हिस्से इसकी चपेट में आएंगे या नहीं.
फ्लोरिडा में इमर्जेंसी, दम साधकर लोग कर रहे हैं इंतजार
फ्लोरिडा में इमर्जेंसी लागू कर दी गई है. गर्वनर रिक स्कॉट ने लोगों से शहर खाली करने को कहा है. उन्होंने कहा कि सरकार लोगों का घर दोबारा बनवा सकती है. लेकिन जिंदगी तो वापस नहीं ला सकती. लोगों से कहा गया है कि जरूरी चीजें साथ लेकर सुरक्षित जगहों पर चले जाएं.
दो हफ्ते के अंदर अमेरिका में आएगा दूसरा चक्रवात
अमेरिका अभी भी हार्वे चक्रवात के असर से नहीं उबर सका है. हॉस्टन के कई इलाके अभी भी पानी में डूबे हैं. हजारों लोग अभी भी शिविरों में रह रहे हैं. शहर की सफाई शुरू भी नहीं हो सकी है. 2 हफ्ते के भीतर अब इरमा अमेरिकी तट पर आने को तैयार है. अमेरिका के लिए ये जले पर नमक छिड़कने वाली स्थिति है. प्रशासन बुरी से बुरी स्थिति के लिए खुद को तैयार कर रहा है. फ्लोरिडा की सभी 67 काउंटिज में इमर्जेंसी लगाई गई है.
युद्धस्तर पर की गई हैं तैयारियां
फेडरल इमर्जेंसी मैनेजमेंट एजेंसी भी परेशान है. उसका कहना है कि तूफान बहुत तेज है. इतना तेज कि सबसे ज्यादा मुस्तैद अमेरिकी शहर भी पूरी तरह इसका मुकाबला नहीं कर सकते. उनको भी बहुत नुकसान झेलना होगा. फ्लोरिडा शुक्रवार को 6,000 नैशनल गार्ड मेंबर्स तैनात करेगा. इमर्जेंसी सर्विस को 13 हेलिकॉप्टर्स दिए गए हैं. पानी में भी काम करने वाली 1,000 से ज्यादा गाड़ियां भी तैयार रखी गई हैं. तैयारियां युद्धस्तर की हैं. इस चक्रवात के कारण कितना नुकसान हुआ इसका सही-सही अनुमान अभी लगाना मुमकिन नहीं. एक बार तूफान बीत जाए तो स्थितियां ज्यादा साफ हो सकेंगी.
साभार: द लल्लनटॉप