योगी आदित्यनाथ की 36,000 करोड़ रुपये की क़र्ज़ माफ़ी स्कीम के परिणाम देख कर उत्तर प्रदेश सरकार के किसानों में काफ़ी गुस्सा है. 12 लाख किसानों का क़र्ज़ माफ़ किया गया है. इसके अंतर्गत एक किसान का 12 रुपये क़र्ज़ माफ़ हुआ है.
बाराबंकी के 56 वर्षीय शम्भू नाथ के परिवार में 13 लोग हैं. वो खेती और मज़दूरी कर अपने परिवार का पेट पालते हैं. कुछ किसानों का 2-3 रुपये का क़र्ज़ माफ़ हुआ है. ऐसे में उन्हें लग रहा है कि क़र्ज़ माफ़ी के नाम पर उनके साथ मज़ाक किया गया.
मुख्यमंत्री योगी ने किसानों द्वारा खेती के लिए मार्च 2016 से पहले लिए गए लोन का एक लाख तक माफ़ करने की घोषणा की थी. शम्भू नाथ ने इस तारीख से पहले 28,812 रुपये का लोन लिया था. उन्होंने पिछले साल जून में 28,800 रुपये बैंक को लौटा दिए थे. इसके लिए उन्होंने एक बैल बेचा था. बैंक कर्मचारियों ने उनसे कहा है कि अगर उन्होंने लोन ना चुकाया होता, तो उनके पूरे पैसे माफ़ कर दिए जाते. कहा जा सकता है कि शंभू को अपनी ईमानदारी की कीमत चुकानी पड़ी है.
समाजवादी पार्टी के नरेश अग्रवाल ने कहा है कि इस तरह किसानों का लोन माफ़ कर के सरकार केवल आंकड़े बढ़ाना चाहती है. इसका ये भी परिणाम हो सकता है कि आगे किसान लोन लेने के बाद लौटायेंगे ही नहीं.
शाहजहांपुर के राम प्रसाद का डेढ़ रुपया लोन माफ़ हुआ है. इटावा के एक किसान का तीन रुपये लोन माफ़ हुआ है. ऐसे और भी कई किसान हैं, जिन्हें सर्टिफ़िकेट तो दिए गए हैं, लेकिन राहत नहीं मिली है