जो चाहोगे तुम आग पानी मिलेगी,
मेरे टूटे दिल की निशानी मिलेगी।
पुकारोगे जब भी मेरा नाम लेकर,
हवा गुनगुनाती जुबानी मिलेंगी ।
निखर जायेंगे ख्वाव जिस दिन हमारे,
ये दुनिया हमारी दिवानी मिलेगी।
चिरागों को तुम रौशनी बख्श देना,
अंधेरों में जब रात- रानी मिलेगी।
मेरे नूर मेरी निगाहों में रहना,
ख्यालों को फिर से रवानी मिलेगी।
किसी की नज़र लग ना जाये ख़ुशी को,
उदासी में गुमसुम जवानी मिलेगी।
तेरी सरपरस्ती में जिंदा रहूँगा,
अगर प्यार की मेहरबानी मिलेगी।
धुआँ धुंध औ बादलों से निकलकर,
सितारों की शै आसमानी मिलेगी।
कुरेदोगे जब भी दुखेंगे ज्यादा,
तिरी पीर फिर वह्शियानी मिलेगी ।
चिरागों के मानिंद जलकर तो देखो,
युगों तक तुम्हारी कहानी मिलेगी।
मिटाकर तो देखो ये पाखंड दिल से,
हमें सारी दुनिया सुहानी मिलेगी।