21 अक्टूबर 2015
69 फ़ॉलोअर्स
संपर्क -- + ९१९५५५५४८२४९ ,मैं अपने विद्यार्थी जीवन से ही साहित्य की विभिन्न गतिविधियों में संलग्न रहा|आगरा वि.वि.से लेखा शास्त्र एवं हिंदी साहित्य में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की ,फिल्म निर्देशन व पटकथा लेखन में व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त की |सर्वप्रथम मुंबई को अपना कार्यक्षेत्र बनाया |लेखक-निर्देशक श्री गुलजार के साथ सहायक फिल्म निर्देशक के रूप में कार्य किया|पटकथा लेखन में श्री कमलेश्वर के साथ टी.वी.के लिए कार्य कर दिल्ली वापस लौट आया|तत्पश्चात दिल्ली दूरदर्शन में दूरदर्शन निदेशक डॉ.जॉन चर्चिल,श्री प्रेमचंद्र आर्या के साथ कार्य किया|साथ ही साथ आकाशवाणी आगरा,दिल्ली,नजिवाबाद केन्द्रों से काव्यपाठ एवं नाटक,एकांकी के लिए कार्य किया |२००२ से अपना व्यवसाय करते हुए साहित्यक कार्यक्रमों में मेहमान वक्ता-प्रवक्ता एवं दिग्दर्शक के रूप में स्वतंत्र रूप से सेवारत हूँ । D
वर्तिका जी आपका अभिनन्दन !
22 अक्टूबर 2015
शर्मा जी आपका अभिनन्दन !
22 अक्टूबर 2015
शर्मा जी आपका अभिनन्दन !
22 अक्टूबर 2015
आज फिर निकला है सूरज मुंह छुपाये, कल बादलों से कह रहा था छोटा-छोटा... बहुत ही उम्दा !
22 अक्टूबर 2015
शालिनी जी ग़ज़ल पर प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद ,मेरा नाम अवधेश भदौरिया है!
21 अक्टूबर 2015
चंद्रेश जी बहुत सुन्दर लिखा आपने वाह!!
21 अक्टूबर 2015
चंद्रेश जी ,सुन्दर प्रितिक्रिया के लिए हृदय से अभिनन्दन !
21 अक्टूबर 2015
अनुराग जी आपकी रचनाओं का इंतज़ार रहता है शब्दनगरी को । अच्छी रचना हेतु बधाई
21 अक्टूबर 2015