अच्छे हालात की कल्पना कीजिये,
बस यही सोच कर मुस्कुरा लीजिये।
आज का ये समां जाने कल हो ना हो,
साथ तुम आज दिल से निभा लीजिये।
है ये लम्बा सफर रात हो जाएगी,
सुन चिरागों से रिश्ता बना लीजिये।
शुक्रिया उनका यूँ ही अदा मत करो,
पहले दुःख-दर्द में आजमा लीजिये।
रंजिशें ही सही अब निभाने तो आ,
जो भी शिकवे-गिले हैं मिटा लीजिये।
मयक़दे से सलामत चले आये हम,
रास्तों में गिरुं तो उठा लीजिये।
वक़्त निकला बड़ा बे-वफ़ा ज़िन्दगी,
आप ही मेरे दिल से वफ़ा कीजिये।
आशियां तो उड़ा ले गयीं आँधियाँ,
फिर बना लेंगे ज़िद है बता दीजिये।
रास्ता ना सही कारवाँ भी नहीं,
मंज़िलों का हमें तुम पता दीजिये।
टूटकर जिस घड़ी हम बिखर जाएंगे,
ऐसा हो ना कभी तुम दुआ कीजिये।
आग 'अनुराग के हौंसलों में अभी,
हम जलाएंगे तुम भी बुझा लीजिये।