अगर आप दिल से मोहब्बत करेंगे,
खुदा बन्द तेरी हिफाजत करेंगे।
सलीबों से नीचे उतारो भी मौला,
तेरी ज़िन्दगी भर जियारत करेंगे।
गुनाहों से तौबा दिया तुमको वादा,
सदाकत से आगे तिजारत करेंगे।
निगाहों से गिरके कहाँ जायेंगे हम,
पनाहों में रहकर इबादत करेंगे।
हमें ज़िन्दगी या सज़ा मौत की दो,
पलटकर नहीं हम शिकायत करेंगे।
नहीं देखना हमको अपना पराया
सभी से मुहब्बत शरारत करेंगे।
अजी नाम का दाम पूरा चुकाना,
कहीं न कहीं तो रियायत करेंगे।
दुआएं लिए चल पड़ा यार तन्हा,
उमींदे थी उनसे स्वागत करेंगे।
कयामत हुई मेहरबानी तुम्हारी,
जियेंगे तो सदके इनायत करेंगे।
हदे ज़िन्दगी से निकल आये बाहर,
नहीं तेरी महफिल में शिरकत करेंगे।
मेरा हाल पूछा न अपना सुनाया,
वो जब भी करेंगे सियासत करेंगे।
अदब से पढाया लिखाया है जिनको,
वो पढ़-लिख के हमसे बगावत करेंगे।
बहक जायेंगे अम्नो ईमान से भी,
तेरे नाम दिल की वसीयत करेंगे।