छोटे-छोटे गाँव और क़स्बों से आए विद्यार्थियों को अक्सर कहते सुना है, “अन्य विषयों में तो ठीक हूँ, बस अंग्रेज़ी कमज़ोर है I” ये एक कारण उनके मन में इतनी गहराई तक बैठा होता है कि गणित, भौतिक और रसायन जैसे विषयों में अच्छी पकड़ के बावजूद सिर्फ अंग्रेज़ी की थोड़ी कम समझ के कारण उनका मनोबल कमज़ोर रहता है I
ऐसे विद्यार्थी एक बात पर विचार कर लें कि अंग्रेज़ी या किन्हीं अन्य भाषाओं में पारंगत होना बहुत अच्छी बात है लेकिन जीवन में ‘सफलता’ जिस चिड़िया का नाम है वो किसी भाषा पर नहीं बैठती, बल्कि किसी विषय पर हमारी अवधारणा, संकल्पना कितनी सशक्त है, सफलता का यही निश्चित आधार है I आप पानी से चलने वाली मोटर कार बनाते हैं तो कोई आप से ये नहीं पूछता है कि इसका मेकेनिज्म आपने हिन्दी में पढ़ा था या अंग्रेज़ी में I हाँ, भाषाओँ का सम्यक ज्ञान होना आवश्यक है ताकि किसी की बात का सार-तत्व समझा जा सके और अपनी बात औरों को समझाई जा सके I
कुछ परीक्षाएं आवश्यक रूप से अंग्रेज़ी में ही होती हैं I इसलिए,
विद्यार्थी सबसे पहले यही अवधारणा सशक्त कर लें कि यदि कोई परीक्षा अंग्रेज़ी में
ही देनी है तो इससे डरने के बजाए, इसे समझने और सीखने के लिए नियमित अभ्यास करें I
भाषा सीखने के लिए उसे सुनना, पढ़ना और बोलकर अभ्यास करना ज़रूरी है I इससे भाषा की समझ और उसकी अभिव्यक्ति दोनों में सुधार होता है I
जहाँ अंग्रेज़ी मातृभाषा नहीं है ऐसे स्थानों पर हमें अंग्रेज़ी
सीखने के लिए अनुकूल माहौल बनाने की आवश्यकता होती है I रेडियो, टीवी पर अंग्रेज़ी
समाचार सुनना, अंग्रेज़ी
समाचार पत्र और पत्रिकाएँ पढ़ना भाषा को समझने में बहुत मददगार साबित होते हैं I हो सकता है कि शुरूआत
में टीवी पर अंग्रेज़ी समाचार, वृत्तचित्र या कोई अन्य कार्यक्रम बहुत कम समझ आएँ
लेकिन नियमित अभ्यास से आश्चर्यजनक परिणाम देखने को मिलते हैं I भाषा सीखने
का पहला कदम सुनते रहने से
ही शुरू होता है I भाई-बहनों और दोस्तों के बीच बातचीत में अंग्रेज़ी
के छोटे-छोटे वाक्य बोलते रहने का अभ्यास करते रहे । बोलने में थोड़ी –बहुत गलतियाँ होंगी लेकिन उसकी परवाह न करें, क्योंकि शुरुआती
झिझक मिटाने के लिए कहीं न कहीं से शुरुआत तो करनी ही होती है I अंग्रेजी जानने
वालों की मदद मिल सकती हो,तो बेझिझक
पूछें । वर्णों से शब्द बनते हैं और शब्दों से मिलकर
वाक्य I और फिर, वाक्यों से ही आपकी सारी
बातें I बोलचाल के छोटे-छोटे वाक्यों से ही शुरू करें I नियमित रूप से
जितना ही अधिक अभ्यास करेंगे, अंग्रेज़ी की समझ उतनी ही अच्छी होती जाएगी I