पठानकोट के हमलावरों पर पाकिस्तान की कार्रवाई को लेकर भारत को भरोसा नहीं है। इसी कारण दोनों देशों के बीच 15 जनवरी को प्रस्तावित विदेश सचिव स्तर की वार्ता पर संशय बना हुआ है। भारत चाहता है कि 14 तारीख तक पाक पठानकोट के गुनहगारों के खिलाफ ठोस कदम उठाए, उसके बाद ही वार्ता पर नई दिल्ली की ओर से रुख स्पष्ट होगा।