ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) श्रृंखला के सातवें और अंतिम दिशा-निर्देशन को लांच कर इसरो ने अन्तरिक्ष के क्षेत्र में गुरूवार को बड़ी कामयाबी हासिल की I आईआरएनएसएस-1जी के सफल प्रक्षेपण के साथ ही भारत का स्वदेशी जीपीएस का सपना पूरा हो गया I श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अन्तरिक्ष केन्द्र से पीएसएलवी-सी33 के ज़रिए ‘इंडियन रीजनल नेविगेशन सेटेलाइट सिस्टम’ के आख़िरी उपग्रह का प्रक्षेपण किया गया I
एक महीने में यह उपग्रह काम करना शुरू कर देगा I इसके बाद जीपीएस के मामले में अमेरिकी उपग्रहों पर भारत की निर्भरता पूरी तरह ख़त्म हो जाएगी I भारत में इस प्रणाली का इस्तेमाल नागरिक कार्यों के अलावा सैनिक उद्देश्यों के लिए भी किया जाएगा I इस श्रृंखला के छह उपग्रह पहले से ही काम कर रहे हैं I इसरो ने इस श्रृंखला के पहले उपग्रह आईआरएनएसएस-1ए का प्रक्षेपण एक जुलाई, 2013 को किया था I
साभार: दैनिक जागरण