शायद 'बेटी बचाओ' जैसे अभियान का असर अभी भी कुछ लोगों पर नहीं हो रहा है। दिल्ली से बरेली की ओर जा रही सद्भावना एक्सप्रेस ट्रेन की बर्थ के नीचे एक मासूम बच्ची मिली है। करीब एक महीने की बच्ची को कोई बैग में बंद करके छिपा गया। उसके रोने की आवाज सुनकर यात्रियों ने उसे निकाला। ट्रेन को हापुड़ स्टेशन पर रुकवाया गया और रेलवे पुलिस को सौंप दिया गया है।
सही दिशा में कुछ करने की चाहत हो तो क्या नहीं हो सकता I काश, कुछ ऐसा भी हो कि बेटी-बेटे के जन्म के मामले में पूरी तस्वीर ही बदल जाये ! वो दिन आए जब लोग अपने घर-आँगन में बेटियों की किलकारियों की दुआएँ माँगें I