19 फरवरी 2016
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आकाशवाणी के कानपुर केंद्र पर वर्ष १९९३ से उद्घोषक के रूप में सेवाएं प्रदान कर रहा हूँ. रेडियो के दैनिक कार्यक्रमों के अतिरिक्त अब तक कई रेडियो नाटक एवं कार्यक्रम श्रृंखला लिखने का अवसर प्राप्त हो चुका है. D
मुझे तो कहीं से भी संभव नहीं लगता है।खुद सरकार ने इसपर जांच कमिटी बैठा दी है। ये तो २ किलो राहड़ दाल के बराबर है।
19 फरवरी 2016
मूर्ख बना रहे जनता को इनके तो कारखाने भी नहीं फिर कहा से बना के देंगे सिर्फ उल्लू बनाएंगे | वास्तव में कल लोगो को इस दूरसंचार यन्त्र के लिए ललाहित होते देख बड़ा दुःख हुआ और यह एहसास हुआ की लालच आज भी लोगो के में पोषित हो रहा है विश्व चाँद तक पहुचने के बात कर रहा है और हम आज भी पीछे है थोड़ा लालच देकर मनुष्य से कुछ भी कराया जा सकता है | सोचने वाली बात यह है की २५१ रुपयो में बैटरी नहीं आती ये यन्त्र क्या घंटा मिलेगा |
19 फरवरी 2016