दिल में सजे जगमग रंगोली,
भरो खुशियों से सबकी झोली
छोड़ सको जब कड़वी बोली,
तब तुम कहना 'हैप्पी होली'।
भूल सको जो कही-सुनी सब,
दिल से कहो हो-ली सो हो-ली,
गले मिलो ज्यों फागों की टोली
तब तुम कहना 'हैप्पी होली'।
गुझिया-पापड़ खटमिट्ठी बातें,
मिलन के मनहर अवसर लाते;
जो बना सको हर ऋतु रंगीली
तब तुम कहना 'हैप्पी होली'।
होली की हार्दिक शुभकामनाएँ !