कानपुर की पहचान उद्योगों से थी, जो अब खत्म होती जा रही है। क्या शहर औद्योगिक विकास के मामले में पिछड़ता जा रहा है ? क्या कारण हैं जो कानपुर में उद्योगों के विकास में बाधक हैं ?
4 फरवरी 2016
कानपुर की पहचान उद्योगों से थी, जो अब खत्म होती जा रही है। क्या शहर औद्योगिक विकास के मामले में पिछड़ता जा रहा है ? क्या कारण हैं जो कानपुर में उद्योगों के विकास में बाधक हैं ?
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आकाशवाणी के कानपुर केंद्र पर वर्ष १९९३ से उद्घोषक के रूप में सेवाएं प्रदान कर रहा हूँ. रेडियो के दैनिक कार्यक्रमों के अतिरिक्त अब तक कई रेडियो नाटक एवं कार्यक्रम श्रृंखला लिखने का अवसर प्राप्त हो चुका है. D
सर्वप्रथम राजनेताओं द्वारा अनदेखी , दूसरा कॉर्पोरेट कल्चर की कमी और अंतिम हवाई अड्डा , अच्छी सड़कें.बिज़ली की दरें एवं उचित माहोल और साथ ही साथ हम सब (सरे शहर को थूकदान व् कूड़ेदान में परिवर्तित कर दिया )
4 मार्च 2016
नयी सुविधाओ व् साधनो का आगमन पूर्व की सुविधाओ के समापन हेतु होता है |
5 फरवरी 2016
<p><span style="font-family: Mangal, serif; ">कानपुर में उद्योगों के विकास में बाधक है किसी हद तक सरकारी विभाग फिर अन्य जैसे विद्युत् व्यवस्था सड़क जल एवं वायुमार्ग ताकि बड़े उद्योग लग सके ! वैसे तो कानपूर से निश्चित ही बड़े उद्योग खत्म हो गये हैं मगर छोटे उद्योग अधिक बड रहें हैं जिससे </span><span lang="AR-SA" style="font-family: Mangal, serif; ">शहर औद्योगिक विकास </span><span lang="HI" style="font-family: Mangal, serif; ">के मामले में कहीं भी पीछे नहीं है इसका श्रेय किसी और को नहीं बल्कि यहाँ के उद्योगपतियो को जाता है! </span></p>
4 फरवरी 2016