भाभी जी की चुनावी तैयारी
अनन्त राम श्रीवास्तव
आफिस से आने के बाद मैं हाँथ मुँह धोकर बैठक में चाय का इंतजार कर रहा था उसी समय पड़ोसिन भाभी आ गयीं। मैंने उन्हें देखते ही श्रीमती जी को आवाज दी एक कप चाय और भाभी के लिए बढ़ा लेना। कुछ देर बाद श्रीमती जी चाय लेकर आ गयीं। चाय का कप उठाकर मैं चुपचाप चाय पीने लगा। मैं इंतजार कर रहा था कि देवरानी जेठानी मिलकर आज कौन से मुद्दे पर तूफान उठाने वाली हैं। मैं सोच ही रहा था कि भाभी जी ने कहा लल्ला मैं भी चुनाव लड़ना चाहती हूँ। मैंने कहा अब तो प्रचार का समय है अगली बार जब चुनाव घोषित हों तब लड़ना। उसके लिए अभी से तैयारी शुरू कर दो। भाभी जी ने कहा कौन सी तैयारी लल्ला? मैंने कहा चुनाव में उतरने के पूर्व प्रत्याशी को वाकपटु जरूर होना चाहिए। मेरे कहने का अर्थ है कि जैसे आप घुमा फिराकर भैया से अपनी बात मनवा लेती हो वैसे ही आपको अपनी बात जनता को हर हाल में समझानी है।
जैसे (श्रीमती जी की ओर इशारा कर के) ये आपके पास शिकायत लेकर आयी हैं कि नगर पालिका कर्मी सफाई नहीं करते। इस पर जवाब दीजिए। भाभी जी ने किसी नेता की तरह कहा हम विपक्ष में हैं इसलिए सत्तारूढ़ दल हमें काम नहीं करने देता। नगर में सफाई कर्मियों के जो पद रिक्त हैं उन्हें भरने के लिए शासन को लिखा जा चुका है किन्तु अभी तक हमें स्वीकृति नहीं मिली है। दूसरी बात हमारे पास सफाई के वैकल्पिक साधन भी पर्याप्त नहीं है सफाई उपकरण खरीदने के लिए भी सरकार हमें धन उपलब्ध नहीं करा रही है। तीसरी बात सफाई ब्यवस्था का विकेन्द्रीकरण कर निजी क्षेत्र से करवाने की अनुमति सरकार हमें दे दे तो नगर की सफाई ब्यवस्था दुरस्त हो जायेगी।
इसपर श्रीमती जी ने कहा जो भी सफाई कर्मी हैं वे सिर्फ़ आपके मोहल्ले में ही सफाई करते हैं और किसी मोहल्ले में जाते ही नहीं हैं। ऐसा नहीं है हमारे सफाई कर्मी सभी मोहल्लों में जाते हैं किन्तु अन्य मोहल्लों के लोग सफाई होने के बाद अपने घर का कूड़ा कूड़ेदान में न डालकर सड़कों व गलियों में डाल देते हैं। जिससे लगता है कि वहाँ सफाई होती ही नहीं है। नगर के जिम्मेदार नागरिकों की तरह उन्हें नगर को साफ रखने में सहयोग करना चाहिए।
इसपर मैंने कहा कि जो भी निर्माण कार्य हो रहे हैं उसमें गुणवत्ता का कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसपर भाभी जी ने अपनी परिपक्वता का परिचय देते हुए कहा प्रशासन ने जिन ठेकेदारों को अनुमति पत्र जारी कर रखा है हमने निविदा के माध्यम से उन्हीं से निर्माण कार्य करवा रहें हैं अब भी अगर आपको गुणवत्ता नजर नहीं आती तो प्रशासन की खामी है। अपने इस जवाब से भाभी जी ने अपनी वाकपटुता का लोहा मनवा दिया। मैंने भी अपने हथियार डालते हुए कहा अगली बार आप चुनाव लड़ने के लिये तैयार रहिये।
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आपका
अनन्त राम श्रीवास्तव