सुख समृद्धि दी हमें, दिया प्यार दुलार। करबद्ध हो हृदय से, नमन करे संसार।। पुरखों में शामिल हुये, गये छोड़ जो साथ। करते उनको नमन हम, जोड़े दोनों हाँथ।।। पितृ चरणों में नमन कर, करें याद दिन रात। उनके ही आशीष से, बनेगी बिगड़ी बात।। भूल चूक सब माफ कर, करें कृपा भरपूर। सुख संपत्ति से घर भरें, कष्ट होंय सब दूर।।