पियो तो शेर की तरह..............
अनन्त राम श्रीवास्तव
जुबान चलना व जुबान फिसलना एक सिक्के के दो पहलू हैं। जुबान होगी तभी तो चलेगी। जब जुबान चलेगी तभी फिसलेगी। यह गुण अथवा स्वभाव आम आदमी से लेकर खास आदमी तक सभी में होता है। आम आदमी की जुबान जब फिसलती है तो दो चार लोगों को ही पता चलता है। वहीं जब खास आदमी की जुबान फिसलती है तो सभी को पता चल जाता है क्योंकि खास आदमी माइक के सामने जुबान चलाता है इसलिये माइक के सामने जब कभी भी अनजाने में जुबान फिसलती है तो सबको पता चल जाता है।
हमारे एक राज्य के आबकारी व मद्य निषेध विभाग के मंत्री मद्य निषेध के कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने पहुँचे। मंत्री जी को मद्य निषेध के बारे में जनता को जागरूक करना था। मंत्री जी मद्य निषेध पर बोलते हुए मद्यपान करने के गुरु मंत्र बताने लगे।
मंत्री जी ने कहा "मद्यपान करना तीन प्रकार का होता है। पहला शेर की तरह पीना दूसरा सियार की तरह पीना तीसरा सुअर की तरह पीना" शेर की तरह पीने वाला पीकर शेर की तरह घूमता है जबकि सियार की तरह पीने वाला डरा सा रहता है कि कोई टोक न दे कि तुम पिये हुये हो। वहीं सुवर की तरह पीने वाला इतनी अधिक पी लेता है कि वह सुवर की तरह गंदगी में लोटता नजर आता है। इसलिये पियो तो शेर की तरह पियो।
शेर की तरह पीने से सरकार को राजस्व का लाभ होगा और जिस तरह जंगल का हर जानवर शेर से डरता है वैसे ही लोग तुमसे डरेंगे। सियार की तरह पियोगे तो तुम लोगों से डरे रहोगे। वहीं यदि सुवर की तरह पियोगे तो डरने की बात छोड़ो तुम्हारी कोई इज्ज़त नहीं करेगा। लोग तुम्हें पियक्कड़ कहकर पुकारेंगे। इस लिये पियो तो शेर की तरह पियो।
पीने वालों की शान होती है। जिसके पास रोकड़ा होगा वही तो पियेगा। जिसके पास रोकड़ा ही नहीं होगा वह क्या खाक पियेगा। आपके पीने से ही सबके जीने का रास्ता निकलता है। आप के पीने से सरकार को जो राजस्व मिलता है सरकार उसी राजस्व से विकास की योजनायें चलाती है। इसलिये पियो तो शेर की तरह पियो इससे तुम्हें भी फायदा व सरकार को भी फायदा, सरकार का फायदा होने से जनता का भी फायदा होता है।
मंत्री जी ने कहा मद्य निषेध का यही मूलमंत्र है पियो तो शेर की तरह पियो जो सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय की तरह सारे समाज के लिये लाभकारी हो। सुवर की तरह पीना किसी के हित में नहीं है इसलिये सुवर की तरह कभी मत पीना।
मित्रो मंत्री जी का मार्गदर्शन कितना सही और कितना गलत ये तो मंत्री जी ही जाने। हमारा कार्य तो आपका "आप बीती व जग बीती" के माध्यम से स्वस्थ मनोरंजन करना है। इसलिये यदि आपको पोस्ट पसंद आये तो अपनी प्रतिक्रिया से हमें अवगत अवश्य करना।
आपका
अनन्त राम श्रीवास्तव