सफेद कोट का सफेद झूँठ
अनन्त राम श्रीवास्तव
टीवी पर पहले एक टूथपेस्ट का विज्ञापन आया करता था जिसमें " एक व्यक्ति कहता था कि क्या मैं सफेद कोट पहनूंगा तभी मेरी बात पर विश्वास करोगे। अरे भाई सफेद कोट पहन कर सफेद झूँठ भी तो बोला जा सकता है" उस विज्ञापन में कही गयी बात मेरे मन में बैठ गयी। अब मुझे हर सफेद परिधान में खोट नजर आने लगा। जबसे मोदी जी ने सफाई अभियान चलाया तो बड़े बड़े सफेदपोशों के घर से ब्लैक मनी निकलनी शुरू हुयी तो सफेदपोशों पर जो थोड़ा बहुत विश्वास था वह भी समाप्त हो गया।
अभी एक दूसरा विज्ञापन चल रहा है एक सफेद वर्दीधारी महिला शीटी बजा कर एक मोटर साइकिल वाले को रोकती है मोटर साइकिल सवार कहता है मैडम जुकाम से मेरी नाक और सिरदर्द का बुरा हाल है। इसलिये उसे जाने दें। इस पर वह महिला पुलिस उसे इन्हेलर निकाल कर देती है जिससे उसकी नाक व सिर दर्द ठीक हो जाता है। मुझे भी भी आजकल सर्दी जुखाम चल रहा है। मैंने भी कल मोटर साइकिल से शहर भर छान मारा पर किसी सफेद वर्दी धारी महिला पुलिस के दर्शन नहीं हुये। सफेद वर्दी वाले पुलिस मैन जरूर नजर आये पर उनके पास इन्हेलर नहीं डंडा नजर आया सो उनके पास जाने की हिम्मत नहीं हुयी। ये भी सफेद वर्दी का सफेद झूँठ साबित हुआ।
अपने मफलर मैन व उनके चेले भी सफेद शर्ट ही पहनते हैं। अभी हाल ही में एक पूर्व मंत्री का जेल में मसाज कराते हुये वीडियो वायरल हुआ। इसपर मफलर मैन के चेले ने सफाई दी कि वो थेरेपी करवा रहा था। अरे भाई दो तीन साल पहले मफलर मैन अपनी थेरेपी के लिये बंगलौर के आयुष केंद्र गया था। अगर जेल में यह थेरेपी उपलब्ध है तो उसे बंगलौर के बजाय जेल जाना चाहिये था। यह भी सफेद शर्ट का सफेद झूँठ साबित हुआ।
मित्रो आपको आगाह करने के साथ सावधान भी करता हूँ कि आप भूलकर भी सफेद वस्त्र वालों के बहकावे में बिलकुल मत आना अन्यथा सफेद झूँठ के शिकार हो जायें तो मुझे दोष मत देना। आप को " आप बीती व जग बीती" का आज का अंक कैसा लगा। अपनी प्रतिक्रिया से अवगत करना मत भूलें। आप इस मनोरंजक पोस्ट को फेसबुक पेज के साथ साथ शब्द.इन एप पर भी पढ़ सकते हैं।
आपका
अनन्त राम श्रीवास्तव