सौ सुनार की, एक लुहार की
अनन्त राम श्रीवास्तव
सौ सुनार की, एक लुहार की। इस कहावत का राजनीति में प्रयोग करना कोई भाजपा नेताओं से सीखे। राजनीति की शतरंजी बिसात पर अपनी चालों से विपक्ष की शह पर हमेशा से मात देते आये भाजपा नेताओं ने ने इस बार विपक्षियों के नये नवेले गठबंधन के सामने अचानक "एक राष्ट्र एक चुनाव" की चाल चलकर गठबंधन को चारो खाने चित्त कर दिया है। अब गठबंधन में शामिल दल बड़े असमंजस में है कि वे क्या करें? लोक सभा के लिए यदि गठबंधन के सुर में सुर मिलाते हैं तो विधान सभा के लिए भी उन्हें गठबंधन के सुर में सुर मिलाना पड़ेगा जो उनके लिये घाटे का सौदा साबित होगा। कोई भी दल घाटे का सौदा करने के लिए तैयार नहीं है।
भारत जोड़ो यात्रा से मिले जनसमर्थन व कर्नाटक विधानसभा का चुनाव जीतने से उत्साहित कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों ने सुशासन बाबू की पहल पर पटना में बैठक कर गठबंधन की नीव रखी। बंगलौर की बैठक में 28 दलों ने शिरकत कर सोचा कि वे मुम्बई में होने वाली बैठक में भाजपा को मानसिक रूप से कमजोर कर सियासी बढ़त हासिल कर लेंगे। किन्तु भाजपा के "वन नेशन, वन इलेक्शन" के दाँव से बैकफुट पर पहुँच गये।
दीदी असमंजस में हैं कि उन्होंने बामपंथियों को बंगाल को बेदखल कर ही बंगाल की सत्ता प्राप्त की है अब वे किस तरह बामपंथियों के साथ मिल कर विधान सभा के चुनाव में उतरें। झाड़ू वाली पार्टी के संयोजक इस पशोपेश में हैं कि उन्होंने पंजे का विरोध कर ही दिल्ली व पंजाब में सत्ता सुख पाया है अब वे किस मुख से उनके साथ विधान सभा चुनाव में उतरें। इससे दिल्ली व पंजाब की सत्ता में बटवारा करना पड़ेगा। इसी प्रकार अन्य दल भी असमंजस में है।
भाजपा के इस दाँव से गठबंधन में शामिल दलों के सामने बड़ी बिसम स्थिति पैदा हो गयी है कि वे किस प्रकार गुड़ खायें और गुलगुला से परहेज करें। मित्रो आपकी समझ में ऐसा कोई उपाय हो जिसमें गुड़ खाने व गुलगुले से परहेज किया जा सके।
मित्रो तकनीकी खराबी के चलते विगत कई सप्ताह से आफ सभी "आप बीती व जग बीती" के अंक नहीं पढ़ पाये इसके लिए आप सभी से छमा चाहता हूँ।
आपका
अनन्त राम श्रीवास्तव