गोदी मीडिया के बाद अब गोदी कवि
अनन्त राम श्रीवास्तव
अभी हाल ही में एक कवित्री को पड़ोसी राज्य की सरकार ने आमंत्रित होने के बावजूद उसे कवि सम्मेलन में पहुँचने के पूर्व बिना काव्य पाठ कराये ही बैरंग वापस भेज दिया। सोशल मीडिया से लेकर प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में सभी ने इसे अनदेखा कर दिया। प्रिंट मीडिया के कुछ इलाकाई (क्षेत्रीय) समाचार पत्रों ने इसे अभिव्यक्ति की आजादी पर कुठाराघात बताते हुये इसे प्रकाशित भी किया। इसके पूर्व एक कार्यक्रम में एक गायिका कवित्री ने इस कवित्री को सरकारी(गोदी) कवित्री से विभूषित किया था। कारण यह था कि गायिका कवित्री ने चुनाव के दौरान एक गीत जारी किया था "का बा" इसके जवाब में उक्त कवित्री ने गीत जारी किया था "बाबा बा" ।
तुलसी बाबा कह गये हैं कि "मोहहि नारि न नारि कै रुपा" अर्थात नारी को देखकर नारी मोहित नहीं होती। इन दोनों कवित्रियों के मध्य यह प्रतिस्पर्धा होती तो ठीक थी। तुलसी बाबा की बात बराबर सच है नारी पर मोहित होने का अधिकार तो पुरुष के पास है उसे नारी कैसे प्रयोग कर सकती है। गायिका कवित्री ने जब एक कार्यक्रम में उक्त कवित्री को (गोदी) सरकारी की संज्ञा दे दी तो हमारा माथा ठनका अभी तक तो हम " गोदी" शब्द मीडिया के लिये ही सुनते आये थे अब कवि साहित्यकारों में भी "गोदी" पैदा हो गये। आगे और कौन कौन गोदी होगा भगवान जाने वैसे यह बड़े चिंता की बात है ।
कुछ तथाकथित सभ्य लोगों में यह कहावत प्रचलित है "जहाँ जहाँ चरण (सरकार) पड़ैं संतन के तहाँ तहाँ बंटाधार" अगर सब कुछ सरकारी हो गया तो सबका साथ सबका विकास की जगह जो सरकार के साथ उसका ही विकास सब लोग करें इसी पर विश्वास हो जायेगा। अगर ऐसा हुआ तो जनता को चुनाव के समय भी कोई नहीं पूँछेगा फिर मुफ्त बिजली, कर्जमाफी, सहित मुफ्त बटने वाली रेवड़ियाँ बंद हो जायेंगी। इसलिये सबकुछ सरकारी हो जाये पर कलम से प्रश्न चिन्ह खड़ा करने वाले कलमकार सरकारी नहीं होने चाहिए। भले ही हमें इसके लिए आंदोलन का बिगुल ही क्यों न बजाना पड़े।
अब सवाल उठता है कि गायिका कवित्री ने उक्त कवित्री को (गोदी) सरकारी क्यों कहा क्या उसे यह कहने के लिये उसे किसी ने प्रेरित किया था अथवा उसे किसी ने प्रलोभन देकर ऐसा कहने के लिए प्रेरित किया था। इस बात की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिये कि इसके पीछे कोई विदेशी साजिश तो नहीं है। अगर विदेशी साजिश है तो हमें घर में छिपे दुश्मनों पर सर्जिकल स्ट्राइक से लेकर एयर स्ट्राइक तक करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
मित्रो आज की "आप बीती व जग बीती" का अंक आपको कैसा लगा अपनी प्रतिक्रिया से अवगत करना मत भूलें। और कुछ "गोदी" मिले तो हमें भी बतायें। इन दोनों कवित्रियों के मध्य आप किसे गोदी समझते हो यह भी बताने की कृपा करें। इसे आप फेसबुक पेज के साथ साथ शब्द. इन एप पर भी पढ़ सकते हैं।
आपका
अनन्त राम श्रीवास्तव