अबुल पकिर जैनुलाअबदीन अब्दुल कलाम अथवा ए॰
पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम (15 अक्टूबर 1931 - 27 जुलाई 2015)
जिन्हें मिसाइल मैन और जनता के राष्ट्रपति के
नाम से जाना जाता है, भारतीय गणतंत्र के ग्यारहवें निर्वाचित राष्ट्रपति थे । वे भारत
के पूर्व राष्ट्रपति, जानेमाने वै ज्ञान िक और अभियंता (इंजीनियर)
के रूप में विख्यात थे । 27 जुलाई 2015 की शाम अब्दुल कलाम भारतीय प्रबंधन संस्थान शिलोंग में
'रहने योग्य ग्रह' पर एक व्याख्यान दे रहे थे जब उन्हें जोरदार कार्डियक अरेस्ट (दिल का दौरा) हुआ और ये बेहोश हो कर गिर
पड़े । लगभग 6:30 बजे गंभीर हालत में इन्हें बेथानी अस्पताल में आईसीयू में
ले जाया गया और दो घंटे के बाद इनकी मृत्यु की पुष्टि कर दी गई । अस्पताल के सीईओ
जॉन साइलो ने बताया कि जब कलाम को अस्पताल लाया गया तब उनकी नब्ज और ब्लड प्रेशर
साथ छोड़ चुके थे । अपने निधन से लगभग 9 घण्टे पहले ही उन्होंने ट्वीट करके बताया
था कि वह शिलोंग आईआईएम में लेक्चर के लिए जा रहे हैं ।
कलाम अक्टूबर 2015 में 84 साल के होने वाले थे । मेघालय के राज्यपाल वी॰ षडमुखनाथन;
अब्दुल कलाम के हॉस्पिटल में प्रवेश की खबर सुनते ही सीधे अस्पताल में पहुँच गए।
बाद में षडमुखनाथन ने बताया कि कलाम को बचाने की चिकित्सा दल की कोशिशों के बाद भी
शाम 7:45 पर उनका निधन हो गया ।
आज उनकी द्वितीय पुण्य तिथी
पर शत-शत नमन...
“...मैं यह बहुत
गर्वोक्ति पूर्वक तो नहीं कह सकता कि मेरा जीवन किसी के लिये आदर्श बन सकता है;
लेकिन जिस तरह मेरी नियति ने आकार ग्रहण किया उससे किसी ऐसे गरीब बच्चे को
सांत्वना अवश्य मिलेगी जो किसी छोटी सी जगह पर सुविधाहीन सामजिक दशाओं में रह रहा
हो। शायद यह ऐसे बच्चों को उनके पिछड़ेपन और निराशा की भावनाओं से विमुक्त होने
में अवश्य सहायता करे।”
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अब्दुल कलाम
“सबसे उत्तम कार्य क्या
होता है? किसी इंसान के दिल को खुश करना, किसी भूखे को खाना देना, जरूरतमंद की मदद
करना, किसी दुखियारे का दुख हल्का करना और किसी घायल की सेवा करना..”
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अब्दुल कलाम
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“ 2000 वर्षों के इतिहास
में भारत पर 600 वर्षों तक अन्य लोगों ने शासन किया है। यदि आप विकास चाहते हैं तो
देश में शांति की स्थिति होना आवश्यक है और शांति की स्थापना शक्ति से होती है।
इसी कारण प्रक्षेपास्त्रों को विकसित किया गया ताकि देश शक्ति सम्पन्न हो।”
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अब्दुल कलाम