इन्सान ने चित्र बनाना हज़ारों साल पहले शुरू कर दिया था । प्राचीन काल की गुफाओं में मानव द्वारा बनाए गए भित्ति चित्र इस बात के गवाह हैं । दरअसल चित्र बनाना इन्सान के लिए अपनी रचनात्मकता की अभिव्यक्ति का सशक्त माध्यम रहा है । बाद में जब कैमरे का आविष्कार हुआ, तो फोटोग्राफी भी इन्सान के लिए अपनी क्रिएटिविटी का प्रदर्शन करने का एक ज़रिया बन गया । कैमरे के कत्रिम लैंस से चित्र बनाने में मनुष्य को मिली सफलता का जश्न अब सारी दुनिया में विश्व फोटोग्राफी दिवस के रूप में मनाया जाता है । दुनिया के तमाम फोटोग्राफरों ने फोटोग्राफी की दुनिया में अपना एक अलग मुकाम बनाया है और उन्हें इसके लिए धन और शोहरत दोनों खूब मिले ।
सबसे पहले सन 1839 में फ्रांसीसी वैज्ञानिक लुईस जेकस तथा मेंडे डाग्युरे ने फोटो तत्व को खोजने का दावा किया था । ब्रिटिश वैज्ञानिक विलियम हेनरी फॉक्सटेल बोट ने नेगेटिव-पॉजीटिव प्रोसेस ढूँढ लिया था । 1834 में टेल बॉट ने लाइट सेंसेटिव पेपर का आविष्कार किया जिससे खींचे चित्र को स्थायी रूप में रखने की सुविधा प्राप्त हो गयीथी । फ्रांसीसी वैज्ञानिक आर्गो ने, 7 जनवरी 1839 को फ्रेंच अकादमी ऑफ साइंस के लिए एक रिपोर्ट तैयार की । फ्रांस सरकार ने यह प्रोसेस रिपोर्ट देखकर 19 अगस्त 1939 को उसे आम लोगों को समर्पित कर दिया । तब से 19 अगस्त को विश्व फोटोग्राफी दिवस मनाया जाता है । सिर्फ एक तस्वीर आपको हजारों किताबों के शब्दों से जोड़ देती है । एक तस्वीर देखते हैं और आपके सामने अनगिनत कहानियां घूम जाती है । एक तस्वीर में इतनी ताकत है कि ये लोगों के दिलों में चिंगारियां भरकर सैकड़ों क्रांतिओं की नींव रख देती है ।
19 अगस्त को क्यों मनाते हैं विश्व फोटोग्राफी दिवस :
1. आज फोटोग्राफी को जो मुकाम हासिल है, उसमें फांसीसी वैज्ञानिक लुईस जेक्स और मेंडे डाग्युरे का बहुत बड़ा योगदान है । उन्होंने ही सबसे पहले सन 1839 में फोटो तत्व की खोज की थी ।
2. ब्रिटिश वैज्ञानिक विलियम हेनरी फॉक्सटेल बोट ने नेगेटिव-पॉजीटिव प्रोसेस का आविष्कार किया और सन 1834 में टेल बॉट ने लाइट सेंसेटिव पेपर की खोज करके खींची गई फोटो को स्थाई रूप में रखने में मदद की ।
3. फ्रांसीसी वैज्ञानिक आर्गो की फ्रेंच अकादमी ऑफ साइंस के लिए लिखी गई एक रिपोर्ट को तत्कालीन फ्रांस सरकार ने खरीदकर 19 अगस्त 1939 को आम लोगों के लिए फ्री घोषित कर दिया था । इसी दिन को आगे चलकर विश्व फोटोग्राफी दिवस के रूप में मनाया जाने लगा ।
संसार में प्रकृति ने प्रत्येक प्राणी को जन्म के साथ भी एक कैमरा दिया है जिससे वह संसार की प्रत्येक वस्तु की छवि अपने दिमाग में अंकित करता है । वह कैमरा है उसकी आँख । इस दृष्टि से देखा जाए तो प्रत्येक व्यक्ति के पास एक कैमरा है ।
19 अगस्त यानी विश्व फोटोग्राफी दिवस । 1841 में आज ही के दिन फ्रांस की सरकार ने फोटोग्राफी को पूरे विश्व के लि ए तोहफे के रूप में घोषित किया था । फोटोग्राफी का अविष्कार नाइसफोरे नाइस और लुइस डेगुरे ने किया था । फोटो क्लिक करने के बाद धुलना और फिर कागज़ पर उतारना इस पद्धति को 9 जनवरी 1939 में फ्रेंच एकेडमी ऑफ साइंस ने मान्यता दी । इस पद्धति को डगुरियोटाइप कहा जाता था । उसके बाद 1839 में विलियम फॉक्स टैलबट ने कैलोटाइप फोटोग्राफी का अविष्कार किया, जो 1841 में सुर्खियों में आयी । 170 साल बाद 19 अगस्त को विश्व फोटोग्राफी दिवस के रूप में चुना गया । 2009 में ऑस्ट्रेलिया के कोर्स्के अरा ने विश्व फोटोग्राफी दिवस मनाना शुरू किया । 21 वर्षीय कोर्स्के के इस मिशन को कामयाब बनाया गया; इसी दिन 2010 को, जब पहली ग्लोबल ऑनलाइन गैलरी लॉन्च हुई, जिसमें पूरी दुनिया की 270 चुनिंदा तस्वीरें शामिल की गईं ।
कहते हैं एक तस्वीर हज़ार शब्दों से अधिक बोल जाती है । तस्वीरें हमारे वक़्त को कैद कर लेती हैं । इसी इतिहास के साथ हम लेकर आये हैं भारत की कुछ तस्वीरें जो हाल ही में खींचीं गई हैं । इनमें आपको भारतीय संस्कृति के अलावा कुछ आपदाओं की भी तस्वीरें मिलेंगी ।
भगवान शिव : साइकिल पर भगवान शिव साइकिल पर भगवान शिव के लिबाज़ में एक व्यक्ति साइकिल पर बच्चे को ले जाता हुआ । यह तस्वीर यूपी के मुरादाबाद की है ।
छतरी से ढका रिक्शा : छतरी से ढका रिक्शा यह तस्वीर गुड़गांव में खीची गई है, जब तेज़ बारिश हुई । आप देख सकते हैं कि रिक्शे का हुट चढ़ा होने के बाद कैसे छतरी के माध्यम से पानी से बचने के प्रयास किये जा रहे हैं ।
सिलीगुड़ी में कर्फ्य : सिलीगुड़ी में कर्फ्य सिलीगुड़ी में कर्प्यू लगा तो बच्चे इस तरह सड़कों पर निकल आये जैसे कुछ हुआ ही नहीं ।
कावेरी नदी में पूजा : कावेरी नदी में पूजा तिरुवैयारू में कावेरी नदी में कुछ इस प्रकार आदि अमावस्या पर पूजन किया गया ।
दिल्ली में बारिश : दिल्ली में बारिश के वक्त यह शानदार तस्वीर देश के कई अखबारों में छपी ।
जय भारत : जय भारत पटियाला में बच्चों ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कुछ इस प्रकार प्रदर्शन किया ।
स्वतंत्रता दिवस के बाद स्वतंत्रता दिवस के बाद देश के कई हिस्सों में स्वतंत्रता दिवस के बाद तिरंगे का कुछ ऐसा ही हाल देखने को मिलता है । कृपया ऐसा न करें, यदि आप तिरंगा खरीद कर लाते हैं तो उसे पूरे सम्मान के साथ घर में रखें ।
आईबीएल का उद्घाटन : इंडियन बैडमिंटन लीग हाल ही में आयोजित हुआ, जिसमें कलाकारों ने मन मोह लिया ।
जय जवान : पुरी में सुदर्शन पटनायक ने 15 अगस्त की पूर्व संध्या पर इस आकृति से पूरे विश्व का ध्यान आकर्षित किया ।
फ्लाईओवर पर ईद की नमाज़ : फ्लाईओवर पर ईद की नमाज़ कोलकाता में फ्लाईओवर पर ईद की नमाज़ अदा करते लोग ।
क्या कह रहा है बाघ : क्या कह रहा है बाघ कोलकाता के चिडि़याघर में यह बाघ क्या कहने की कोशिश कर रहा है ।
सड़क दुर्घटना : कोलकाता में सड़क दुर्घटना के बाद गाड़ी के अंदर से ली गई यह बेहतरीन तस्वीर ।
बीकानेर में ऊँट : बीकानेर में ऊँट को जब भूख लगी तो देखिये कैसे उसने अपनी गर्दन ऊंची की ।
राखी का त्योहार : करीब राखी का त्योहार करीब राखी का त्योहार करीब है और देश भर की बहनें अपने भाईयों के लिये राखियों की तलाश में हैं ।
बिहार में बाढ़ : बिहार में बाढ़ बिहार के मनेर की यह तस्वीर है, जहां एक साइकिल चालक गर्दन तक पानी में डूबा है ।
सांगली में ऐसे मनायी गई नागपंचमी : सांगली में ऐसे मनायी गई नागपंचमी कृष्णा नदी पर संगली में कुछ इस प्रकार नागपंचमी मनायी गई ।
गैस की किल्लत : गैस की किल्लत श्रीनगर में दूर दराज़ के इलाकों में कुछ इस प्रकार गैस सिलेंडर पहुंचाये जाते हैं ।
इलाहाबाद में बाढ़ : इलाहाबाद में बाढ़ और बाढ़ में डूबे इलाहाबाद में यह मंजर दिखाई दे रहा है । लोग बेहाल हैं ।
गम का माहौल : गम का माहौल श्रीनगर के कार्डियोलॉजिस्ट शेख उद दीन की मौत के बाद गम में डूबा परिवार । वह हिंसा के दौरान घायल हुए थे ।
दार्जिलिंग में कर्फ्यू : दार्जिलिंग में कर्फ्यू डर्जीलिंग में कर्फ्यू के दौरान कुत्ते कुछ इस प्रकार सड़कों पर नजर आये ।
(भारत की कुछ तस्वीरें Courtesy : ONE INDIA )