मैं रूठा,
तुम भी रूठ गए
फिर
मनाएगा कौन... ?
आज दरार है,
कल खाई होगी
फिर भरेगा कौन... ?
मैं चुप ,
तुम भी चुप
इस चुप्पी को फिर तोडे़गा कौन... ?
छोटी बात को लगा लोगे दिल से ,
तो रिश्ता
फिर निभाएगा कौन... ?
दुखी मैं भी और तुम भी बिछड़कर ,
सोचो हाथ फिर
बढ़ाएगा कौन... ?
न मैं राजी ,
न तुम राजी ,
फिर माफ़ करने
का बड़प्पन
दिखाएगा
कौन... ?
डूब जाएगा यादों में दिल कभी,
तो
फिर धैर्य बंधायेगा कौन... ?
एक अहम् मेरे अंदर,
एक तेरे भीतर भी ,
इस अहम् को
फिर हराएगा कौन... ?
ज़िंदगी किसको मिली है सदा के लिए !
फिर इन लम्हों
में अकेला
रह पाएगा कौन... ?
मूँद ली दोनों में से गर किसी दिन
एक ने आँखें....
तो कल इस बात पर फिर
पछतायेगा कौन... ?
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( एक दूसरे
का सम्मान करें.... गलतियों को अनदेखा करें.... अहम को त्यागे... )
[ Respect
Each Other… Ignore Mistakes… Avoid Ego]
आपका जीवन मंगलमय हो ।
( व्हाट्स अप से साभार उद्धर्त )