‘ पृथ्वी दिवस '>अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी दिवस (22 अप्रेल)’ का जन्म एक एनवायरमेंटल टीच-इन (Teach-in) के रूप में हुआ था । इसका मुख्य कारण 1969 सांता बारबरा तेल रिसाव (1969 Santa Barbara oil spill) की रोंगटे खड़े कर देने वाली त्रासदी रही है । टीच-इन में जनहित के ज्वलंत गंभीर मुद्दों पर बिना समय सीमा के अनौपचारिक रूप से संभाषण, परिचर्चा व व्याख्यान की श्रृंखला चलती है । इस टीच-इन, में अन्य सभाओं की तरह सभा या रैली जैसे कार्यक्रम होते है जिसको अंग्रेजी में teach-in कहते हैं ।
‘अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी दिवस’ एक परिचय :– हर वर्ष 22 अप्रेल को ‘पृथ्वी दिवस’ के रूप में मनाया जाता है । पृथ्वी दिवस पर पर्यावरण के बारे में चर्चा कर इसके संरक्षण हेतु जागरूकता लाने का कार्य किया जाता है । इस दिन पूरी दुनिया भर में ऐसे कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं जो पर्यावरण संरक्षण को सपोर्ट करते हैं । 2009 में संयुक्त राष्ट्र संघ ने सर्वसम्मत्ति से 22 अप्रेल का नामकरण International Mother Earth Day कर दिया है । अब पृथ्वी दिवस 192 से अधिक देशों में मनाया जाता है । ग्लोबली इसका समन्वयन Earth Day Network द्वारा किया जाता है ।
‘अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी दिवस’ का संक्षिप्त इतिहास :– शांन्ति के दूत (Peace activist) मैक कोनेल ने सर्वप्रथम पृथ्वी दिवस की अवधारणा का प्रस्ताव 1969 में UNESCO Conference, सान फ्रांसिस्को में रखा । उन्होंने उत्तरी गोलार्द्ध में 21 मार्च 1969, बसंत ऋतु के पहले दिन को इसके लिये प्रस्तावित किया । बाद में प्रकृति संतुलन का यह दिवस U.N.O. महासचिव यू थांट द्वारा एक घोषणापत्र पर हस्ताक्षर कर स्वीकृत कर दिया गया । इसके एक महिने बाद ही एक अलग पृथ्वी दिवस की नीव संयुक्त राज्य अमेरिका के सिनेटर जेरोल्ड नेलसन द्वारा एक एनवायरमेंटल टीच-इन के रूप में रखी गयी, जो 22 अप्रेल 1970 में पहली बार हुई थी । यह 22 अप्रेल का पृथ्वी दिवस संयुक्त राज्य अमेरिका पर केन्द्रित था, इसका संगठन डनिस हायेज ने खड़ा किया था, वे 1970 में मूल रूप से राष्ट्रीय समन्वयक थे, 1990 में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विस्तार गया जिसमें 141 देशों में कार्यक्रम आयोजित किये गये । अनेक समुदायों ने अर्थ वीक मनाया, पूरे सप्ताह पर्यावरण से संम्बधित मुद्दों पर गतिविधियां आयोजित की गयी । पृथ्वी दिवस का जनक होने का श्रेय जेराल्ड नेलसन, U.S. Senator विस्कोंसिन को जाता है । 1969 सांता बारबरा तेल रिसाव के विनाश को देखने के बाद, छात्रों के एन्टी वार आदोलन से प्रेरित होकर, उन्होंने बुधवार 22 आप्रेल 1970 को एक एनवायरमेंटल टीच-इन का आह्वान किया, जिसको बाद में पृथ्वी दिवस कहा गया । जिसमें 20 मिलियन से अधिक लोगों ने 1970 में भाग लिया था, अब पृथ्वी दिवस 192 देशों की सरकारें प्रति वर्ष 22 अप्रेल को मनाती है । पृथ्वी दिवस को दुनिया के कलेंडरों में जगह मिल चुकी है । पर्यावरणवादी व संरक्षणवादी कार्यकर्त्ता नेलसन को पर्यावरण के एजेंडा पर प्रबल राजनीति क समर्थन हासिल होने उम्मीद थी । उसने उस समय की बहुत ही प्रभावशाली वियतनाम वार पर हो रही टीच-इन का रुख इस ओर किया । नेलसन को पर्यावरण पर टीच-इन का विचार, सांता बारबरा के समुद्रीतट पर हुए भयानक ऑयल रिसाव के बाद वहाँ का 1969 में दौरा करने पर आया । विनाश से उपजे क्रोध तथा वाशिंगटन के राजनीतिक दबाव के कारण नेलसन ने पर्यावरण पर एक राष्ट्रीय टीच-इन प्रस्तावित की, जिसे प्रत्येक विश्वविद्यालय केम्पस में आयोजित करना था ।
1969 सांता बारबरा तेल रिसाव के मुख्य लक्षण व प्रभाव : –
स्थान – प्रशांत महासागर, सांता बारबरा चैनल ।
अवधि – 28 जनवरी से 7 फरवरी 1969 को मुख्य रूप ओइल का रिसाव हुआ, धीरे–धीरे अप्रैल तक कम होते होते बंद हुआ ।
कारण – अपतटीय प्लेटफार्म से ऑयल वेल की ड्रिलिंग के दौरान वेल में दरार आ जाने से (Blow-out) ।
ऑइल आयतन – 80,000 से 1,00,000 बैरल (13,000 से 16,000 घनमीटर) ।
प्रभावित समुद्री तटरेखा – दक्षिणी कैलिफोर्निया: Pismo Beach से मैक्सिकन सीमा तक, लेकिन मुख्यत: सांता बारबरा निकट केंद्रित ।
प्रदूषित क्षेत्र – कच्चा तेल (Crude oil) सांता बारबरा चैनल में और दक्षिणी कैलिफोर्निया के सांता बारबरा काउंटी के समुद्र तटों पर फ़ैल गया । दक्षिणी कैलिफोर्निया में Goleta से वेंचुरा तक समुद्र तट तथा चार उत्तरी चैनल द्वीपसमूह के उत्तरी किनारे बुरी तरह से प्रदूषित हो गये ।
समुद्री जीवन पर प्रभाव – रिसाव का चैनल के समुद्री जीवन पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा, हजारों समुद्री पक्षी मारे गये, इनके साथ ही इसी तरह डॉल्फिन, एलीफेंट शील, सी-लॉयन व अन्य समुद्री जीव मारे गये ।
राष्ट्रपति का दौरा – राष्ट्रपति निक्सन ने 21 मार्च 1969 को सांता बारबरा का दौरा करने बाद दिया स्टेटमेन्ट, “सांता बारबरा घटना ने स्पष्ट रूप से अमेरिकी लोगों की अंतरात्मा को छुआ है ।”
परिणाम – ऑइल रिसाव से उत्पन्न पर्यावरणीय खतरे से प्रक्षुब्ध जनता को, संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रमुख मीडिया कवरेज मिला जिसके कारण अगले कई वर्षों के भीतर कई छोटे बड़े पर्यावरण कानून बने । जिनके परिणाम स्वरूप अमेरिका में आधुनिक पर्यावरण आंदोलन के लिए कानूनी और विनियामक ढांचे का निर्माण हुआ ।
‘पृथ्वी दिवस’ एक वार्षिक आयोजन है, जिसे 22 अप्रैल को दुनिया भर में पर्यावरण संरक्षण के लिए समर्थन प्रदर्शित करने के लिए आयोजित किया जाता है । यह तारीख उत्तरी गोलार्द्ध में वसंत और दक्षिणी गोलार्द्ध में शरद का मौसम है ।
इसकी स्थापना अमेरिकी सीनेटर जेराल्ड नेल्सन ने 1970 में एक पर्यावरण शिक्षा के रूप की थी । संयुक्त राष्ट्र में पृथ्वी दिवस को हर साल मार्च एक्विनोक्स (वर्ष का वह समय जब दिन और रात बराबर होते हैं) पर मनाया जाता है और यह एक परम्परा है जिसकी स्थापना शांति कार्यकर्ता जॉन मक्कोनेल के द्वारा की गयी ।
आइये... आज हम सभी पृथ्वी और पर्यावरण को स्वच्छ बनाने का संकल्प लें और अधिकतम वृक्ष लगाकर कर इसका श्रंगार करे ।
(Ref : http://charchamanch.blogspot.in/2018/04/2947_22.html, https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%AA%E0%A5%83%E0%A4%A5%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A5%80_%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%B5%E0%A4%B8)
Today’s annual Earth Day Doodle was created in partnership with one of the planet’s most influential advocates: Ethologist (animal behavior expert), conservationist, activist, and animal-lover Dr. Jane Goodall, who has dedicated her life to studying and protecting our environment. In it, Jane shares her personal message to the world on Earth Day 2018, including some of her inspiration and what we can all do to have a positive impact on our planet.
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