हिरोतुगू अकेइक एक फेमस जापानी गणितज्ञ थे। इन्हे सांख्यिकी में अपने योगदान के लिए दुनिया भर में जाना जाता है। इस ही कारण से गूगल ने अपना डूडल इन्हे समर्पित किया है । डूडल द्वारा गूगल ने इनके योगदान को पुरे वर्ल्ड तक पहुंचने का सफल प्रयास किया है । सर्च इंजन गूगल ने रविवार (5 नवबंर) को जापान के महान सांख्यिकीविद हिरोसुजु एकाइक की 90वीं जयंती पर डूडल बनाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी है । हिरोतुगू अकेइक का जन्म 5 नवंबर 1927 को जापान के शहर Shizuoka में हुआ था। सन 1952 में इनको सांख्यिकी गणित संस्थान में शोधकर्ता बनाया गया फिर उसके बाद 1986 से 1994 में उनको महानिदेशक सांख्यिकी गणित संस्थान पद पर नियुक्त किया गया। 4 अगस्त 2009 को Ibaraki Prefecture में मृत्यु हो गई । उन्होंने सांख्यिकी विश्लेषण में अपने 20 साल बिताएं और विभिन्न प्रकार के तथ्य हमारे सामने प्रस्तुत किए जिनके माध्यम से आज हम 2 या 2 से अधिक संख्या के बीच संबंध स्थापित कर पा रहे है तथा उन का सांख्यिकी विश्लेषण भी कर सकते हैं । अगर उन्होंने सांख्यिकी विश्लेषण को सरल नही किया होता तो आज सांख्यिकी विश्लेषण ही बहुत जटिल समस्या हो सकती थी लेकिन आज जितनी सरल सांख्यिकी विश्लेषण को माना जाता है उसका पूरा श्रेय हिरोतुगू अकेइक को जाता है |
1970 के शुरुआती दशक में उन्होंने मॉडल सिलेक्शन का फॉर्म्युला तैयार किया जिसे अकाइक इन्फर्मेशन क्राइटीरियन (एआईसी) के नाम से जाना जाता है । एआईसी को अब मॉडल चयन के लिए व्यापक पैमाने पर इस्तेमाल किया जाता है । इस फॉर्मूले के लिए उन्हें साल 2006 में क्यूटो प्राइज से नवाजा गया । जापान का ये सर्वक्षेष्ठ निजी पुरस्कार है । जिसे किसी शख्स को वैश्विक उपलब्धि हासिल करने पर दिया जाता है । पांच नवंबर, 1927 को जन्में एकाइक को पर्पल रिबन मेडल और असाही पुरस्कार से भी सम्मानित किया जुका है । दोनों ही पुरस्कार जापान में संस्कृति और वि ज्ञान के क्षेत्र में चोटी के लोगों को दिए जाते हैं ।
अकाइक की क्रिऐटिविटी उनके अनुभव पर आधारित था । एक
बार उन्होंने रैंडम वाइब्रेशंस को महसूस करने
के लिए एक
स्कूटर खरीदी और
इस पर सवार
होकर माउंट फुजी
का चक्कर लगाया । इससे उनको
सामान्य और ट्रकों की भीड़भाड़ी वाली सड़क
पर सवारी के
दौरान कंपन के
बीच अंतर करने
में मदद मिली ।
अकाईक को “अकाईक सूचना मानदंड (Akaike information criterion)” तैयार करने का श्रेय दिया जाता है, जो भविष्यवाणी करता है कि बहुत से सांख्यिकीय मॉडल वास्तविक सत्य के निकटतम होगा । हिरोतुगू ने जो फॉर्मूले दिए उनका यूज आज बड़े स्तर पर इंडस्ट्रीज में किया जा रहा है । उनके द्वारा लिखे गए रिसर्च पेपर का यूज आज के नए रिसर्चर सांख्यकी विधियों को समझने के लिए कर रहे है ।आप शायद सांख्यकी विषय के बारे में जानते ही होंगे, क्लास 8वीं के मीन, मोड, माईन, ग्राफ वाला चैप्टर आपने भी पड़ा ही होगा । इस स्टेटिस्टिक को प्रैक्टिसेज के द्वारा फैक्ट्रियो में जैसे पावर प्लांट, पानी के बड़े जहाजों और खेल ों के विश्लेषण, कम्पनियों और अन्य सभी में डाटा नियंत्रण और विश्लेषण में और समस्याओं के हल निकलने में अधिक से अधिक प्रयोग किया जाता है |