आने वाले पलों को, यादगार बना दो
तुम मुझे अपना बना लो, मैं तुम्हें ख़ुद में बसा लूँ
पास रहो मेरे, मेरी साँसों में घुल जाओ
बनकर धड़कन मेरे सीने में बस जाओ
मन में बसी ख़ूबसूरत सूरत बन जाओ
लबों पर आयी शायरी बन जाओ
दिल से निकली दुआ बन जाओ
ख़्वाबों में आयी हसीन कहानी बन जाओ
प्यार की पूरक बन जाओ
आने वाले इन पलों को,
यादगार बना दो, तुम मुझे अपना बना लो, मैं तुम्हें ख़ुद में बसा लूँ
१ जनवरी २०१७
डिब्रुगढ़