हवाओं में तेरी ख़ुशबू
फ़िज़ाओं में तेरी हँसी
फूलों में तेरी झलक
चाँदनी में तेरा नूर
रवि में तेरी दमक
नीर में तेरी शीतलता
आकाश में तेरी छवि
माटी में तेरी महक
बना रही है ख़ूबसूरत
इस कायनात को
२५ जून २०१७
जिनेवा
18 जुलाई 2017
हवाओं में तेरी ख़ुशबू
फ़िज़ाओं में तेरी हँसी
फूलों में तेरी झलक
चाँदनी में तेरा नूर
रवि में तेरी दमक
नीर में तेरी शीतलता
आकाश में तेरी छवि
माटी में तेरी महक
बना रही है ख़ूबसूरत
इस कायनात को
२५ जून २०१७
जिनेवा