ज़माना बदल रहा है
ख़त अब ईमेल बन गए हैं
ज़स्बाद अब इमोजी बन गए हैं
दोस्त अब मिलते हैं फ़ेस्बुक पर
फ़ोटो ऐल्बम की जगह अब इंस्टाग्राम है
सोशल लाइफ़ अब सोशल मीडिया बन गई है
इंसान की पहचान अब आधार कार्ड बन गया है
माँ बाप का धन्यवाद होता है फ़ादर मदर डे पर
स्मार्ट लोगों की पहचान बन गया गई स्मार्ट फ़ोन
बच्चे अब पार्कों में कम ऑग्मेंटेड रीऐलिटी में ज़्यादा बिज़ी हैं
प्यार के पलों का एम एम एस बनना नॉर्म बन गया है
हाँ, यह ज़माना बकाई बदल गया है
२६ सितम्बर २०१७
जिनेवा