रात के अंधेरे में दिन के उजाले में
तू हो ना हो पास,
ख़्याल तेरे रहते हैं मेरे पास
हर लम्हा कटता है,
देखते हुए तेरे ख़्वाब
बातों में तेरा ही ज़िक्र होता है
तेरी तस्वीर होती है आँखों में
क़लम डूब जाती है, तेरे प्यार की स्याही में
काग़ज़ पे उमड़ आते हैं ज़स्बाद
बन कर तेरी याद
तू हो ना हो पास
रहती है तू मेरे पास
१४ फ़रवरी २०१७
कदूना, नईजीरिया