वो मंज़र याद आज भी है
जब देखा था तुझे पहली बार
वो ज़माना याद आज भी है
जब चाहा था किसी को पहली बार
वो लम्हे याद आज भी हैं
जो गुज़रे थे तेरे साथ पहली बार
वो बातें याद आज भी हैं
जो कि थीं तुम से पहली बार
उन ख़तों का मज़मून याद आज भी है
जो लिखे थे तुझे पहली बार
वो प्यार रहेगा साथ मेरे ज़िंदगी भर
जो हुआ था तुम तुमसे पहली बार
इस्तांबुल
१८ सितम्बर २०१७