रहते हैं तुझ से दूर पर
दिल तेरे पास ही रहता है
सोंचने को बहुत कुछ है पर
तेरे ख़यालों में ही यह मन डूबा रहता है
तुझे देखे हो गयी गई मुद्दत पर
तेरा चेहरा आज भी नज़रों के सामने रहता है
तुझसे, दो घड़ी बात किए, बीत गया एक अरसा
तेरी हँसी मगर अब भी सुनाई देती है
तेरे बिना वक़्त तो कट जाता है पर
तुझ से मिलने का इंतज़ार ख़त्म नहीं होता
६ जुलाई २०१६
जिनेवा