अरसे बीत गए तुझे दिल की बात बताए
अरसे बीत गए तेरे दिल की बात सुने
चल चलें फिर आज वहीं
हुई थी शुरू जहाँ से अपनी दास्ताँ
बैठे थे जिस जगह थामे हाथों में हाथ
देख रहे थे सपने, आखों में एक दूजे की
उसी जगह जहाँ चुपचाप बैठे थे, सहमे से
फिर किया था तुमने और मैंने साथ में
ईज़हार अपने प्यार का और
एक हो गए थे दो दिल, जिस्म और रूह
जन्मों जन्मों के लिए
चल चले फिर आज वहीं
२ जुलाई २०१७
जिनेवा