ख़ता ना तेरी थी ना मेरी
तू प्यार मुझ से करता नहीं
मैं प्यार तुझसे जता नहीं सका
तूने दिल दिया किसी और को
मैं किसी और को दिल दे ना सका
लबों पर तेरे, नाम था किसी और का
मैं होठों पर अपने, नाम किसी और का ला ना सका
तेरे ज़हन में बसा था कोई और
मेरे रोम रोम में बसा था तू
ख़ता ना तेरी थी ना मेरी
२३ अप्रेल २०१७
ओलटन