रहते हैं दूर इसका मतलब
नहीं की दिलो के बीच दूरियाँ हैं
नज़दीक रह कर भी कई बार
दिलों के फ़ासले कम नहीं होते
हो नहीं तुम नज़रों के सामने
तो कोई बात नहीं
दुआओँ में हमारी रहोगे सदा
ना हो रोज़ बात, तो कोई शिकवा नहीं
जब भी होती है तो मिलता है सुकून,
यही काफ़ी है
१३ मार्च २०१७
जिनेवा