बातों से बात निकली
और बातें बन गयीं
ना तुम समझे ना हम समझे
पर कहानी बन गयी
जो कल तक थी दिल में हमारे
वो आज खुली दास्ताँ बन गयी
क़िस्से हमारे फैल रहे हैं
अफ़वाओं की तरह
चलो इसी तरह इन्हें
मंज़िल तक पहुँचने की
राह मिल गयी
२२ जुलाई २०१७
अबूज़ा
11 अगस्त 2017
बातों से बात निकली
और बातें बन गयीं
ना तुम समझे ना हम समझे
पर कहानी बन गयी
जो कल तक थी दिल में हमारे
वो आज खुली दास्ताँ बन गयी
क़िस्से हमारे फैल रहे हैं
अफ़वाओं की तरह
चलो इसी तरह इन्हें
मंज़िल तक पहुँचने की
राह मिल गयी
२२ जुलाई २०१७
अबूज़ा