कैसे दर्द ना हो मुझे तुम भी बदल गए
अरमान मेरे कदमों तले सारे कुचल गए
यूं तो है भीड़ हर तरफ तुझ सी ना बात है
देखा है तुझको जिस घड़ी आशिक मचल गए
अब वो कभी ना आएगा मुझसे है कह रहा
बिजली गिराओ ना सुनो दिलबर दहल गए
अच्छी नहीं ये बात सनम सब कुछ भुला दिया
उनकी भी कुछ तो सोच जो करते पहल गए
भूलो ना प्यार से तेरे ज़िंदा हूं आज तक
मधुकर तेरी मुस्कान से दिल जो बहल गए