आप सभी को बाल दिवस की बहुत-बहुत हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं 🙏🙏💐
बचपन की किलकारी, चंचल मुस्कान प्यारी,
मिट्टी में खेलते थे, थी आंखों में दुनियादारी।
छोटी-छोटी खुशियों में छुपे, बड़े-बड़े ख्वाब,
छुपा लेते दामन में,कैसे आसमानी जवाब।
फूलों से भी दिल नरम , तितली जैसे रंगीन,
हर दिल को मोह लेते ,छेड़ बंशी तान महीन।
कभी किताबों में खो , कभी खेलते थे रेत,
दिल में मासूमियत , खुशियों के बांध सेत।
बालदिवस पर आज , वे हंसी फिर दोहराएं,
बचपन की मीठी यादों से , दिल महकाएं।
न कोई चिंता हो, न कोई सिर पर हो भार,
बचपन के उस जादू को, फिर से लाएं यार।
बाल दिवस चाचा नेहरू की याद है दिलाता
स्कूली मेले बच्चों को दिल को बहुत है भाता
स्वरचित डा० विजय लक्ष्मी