पेरिस की धरती पर, हो रहा है उत्सव महान,
ओलम्पिक खेल का आगाज दे खुशी का भान।
फ्रांस की राजधानी पेरिस, रंगों भरी सजावट,
हर जगह खुशी छाई, हर दिल उमंगी बुनावट।
नवीन खेलों का संगम, परंपरा की एक छाया,
हर खिलाड़ी का सपना,पाने का पदक समाया।
इन्द्रपुरी सा सजाया,हर स्थल को बड़ा सुन्दर,
खिलाड़ी जीतेगें दिल, दर्शकों के अपने हुनर।
दौड़, कूद और तैराकी, हर खेल के अनूठे रंग,
ओलम्पिक की इस उत्सव में, रंगे सभीके मन।
अंतर्राष्ट्रीय एकता का प्रतीक आयोजन अनूठा,
स्वप्न उड़ान मंच, ओलम्पिक खेलों, का अंगूठा।
स्वरचित डा.विजय लक्ष्मी