एक सरप्राइज का आया दिन ,
संग खुशी जी भर लाया गिन।
पटाखे छूटे , फुलझड़ी चमके,
सब जगह हँसी-खुशी दमके।
कर्मचारियों को सम्मान मिला,
पाया भरपूर मेहनत का सिला ।
सरप्राइज का तब है राज़ खुला,
खुशी का उत्सव,न कोई गिला।
अल्फाज़ों में बंधा है आकांक्षी,
सरप्राइज पलों का हो साक्षी।
साथ में काम करने का जज्बा,
सरप्राइज देता एक नया तजुर्बा
ले चाहत दिन आया सरप्राइज
चेहरों पर हंसी उनके काविज
दिलों में उम्मीद का दीप रोशन
अनजान छुपा था ये आयोजन,
सभी हैरान कितने हुये परेशान ,
कर धमाल मनोरंजन है वरदान।
मुस्कान सजित चेहरों के ये रंग ,
खुशी दिलों में छलकी,भर उमंग ।
समृद्धि के साथ मिली सफलता,
क्षण विशेष अद्भुत ये उपलब्धता।
कर्मचारी हैं साथ, टीम की तरह,
सरप्राइज के मार्ग न करें जिरह ।
कदम बढ़े नव सफलता की ओर,
सरप्राइज जश्न मनाते चहुं ओर ।
सफल सरप्राइज ,गर्व का सबूत,
सरप्राइज का आलंब है मजबूत।
स्वरचित डा.विजय लक्ष्मी