जब पुरानी दुनिया के किस्से,
नए जीवन के बनते हिस्से ।
एक दरार की ओर बढ़ते हैं,
धीरे से जेनरेशन गैप गढ़ते हैं।
दादी-नानी से सुने कुछ कहने,
उनके जीवन के सफर सुहाने।
हमारे नवजवान दिलों में बसा,
आधुनिक ख्याल दृग में कसा।
स्कूली दिनों के सुखद खिलौने,
मोबाइल इंटरनेट से हुये बौने ।
दो दुनियों के बीच इतना फर्क,
जेनरेशन गैप होता है यही तर्क।
आज हम जोड़ते ख़ुशियों के पल,
बीते समय की देख ऐसी हलचल।
जेनरेशन गैप ,एक सीख है देता,
समय साथ परिवर्तन शाश्वत होता।
हमारे दिलों में जुदाई की ये चुभन,
बड़े होते बच्चे बुनते एक है टशन।
यह दुनिया है अद्वितीय ईश रचना,
परहितार्थ हो,जिससे वही करना।
जब पुराना मिलता है नये के साथ,
गेनरेशन गैप का होता है कुछ हाथ।
दादी-नानी की कथा,जीवन सजाती,
अनमोल बातें,वो पुराने गीत,बतातीं।
प्रौढ़ और छात्र मिल सृजते कहानी,
इस गैप में छिपी है सीख की रवानी।
एक-दूसरे से मिलकर बनते हैं लम्हे, समाज के बनावटी चित्र से अनकहे।
जनरेशन गैप हो सकता अवश्य दूर,
नई शुरुआत कर, छोड़ दे स्वगुरूर।
यही जीवन सोपान लक्ष्य की सच्चाई, बिना नीचे की सीढ़ी मिलती न ऊंचाई।
स्वरचित डा.विजय लक्ष्मी