भक्ति भाव से फैले उजियारा,
हनुजन्मोत्सव ये उत्सव प्यारा
चैत्र शुक्ल पूर्णिमा परम पावन
त्रेता युग हुआ जन्म जग तारन
अब चलें राम भक्ति की ओर
दिल रमें भाव भक्ति की भोर
राम ध्यान मग्न , हरिनाम रमण
हनुमान जन्मोत्सव मन्नत पूरण
बजे ढोल-मृदंग,भजन हों खर्व
हनुमान जन्मोत्सव अद्भुत पर्व
पवन पुत्र का जन्म हुआ यहाँ,
हरें संकट,सृज मनमोहक जहां
जीवन में दे भक्तिभाव का अमृत
हनुमान जन्मोत्सव पंचचरणामृत
भक्ति ,आनंद की धुन सुनाता है
हनुमानजन्मोत्सव ये पर्व आता है
ढोल-मृदंग बजाएं ,गा राम भजन,
हनुमान जन्मोत्सव में हो प्रेममगन
संकट को हरें संकटमोचन अवतार
अंजनिपुत्र,केशरी तनय जग उद्धार
अतुलित बलशाली स्वर्णाभिरूपम
जितेन्द्रिय,बुद्धिमान अग्र रामदूतम
हरिनाम स्मरण राम ध्यान में लीन
हनुमान जन्मोत्सव में जन तल्लीन
स्वरचित डा.विजय लक्ष्मी