ये दर्द है ं जो जिंदगी के इम्तहान है ं
मेरे हौसलों से गम खुद हैरान है
समय का पहिया चलता रहे हर पल
रूके न कभी किसी क्षण
कहाँ कब बैठा हो काल
बनकर गाल, गर्त में गिरा देता।
वक्त की मार ऐसा है कोई उबर न पाये
मगर समय के साथ चलना बुद्धिमानी है,
समय का तक़ाज़ा होता है
वक्त का पाबंद होना जिंदगी का
अनमोल ज्ञान है।
समय कभी किसी के लिए नहीं रूकता
एक पल ,दो पल के लिए भी
समय का हर शय है गुलाम
वक्त की अपनी एक पहचान।
धन्यवाद🙏