पुष्प की चाह है प्रेमिका के बालों में गूंथा जाऊं
पुष्प की अभिलाषा है देवों के चरणों में चढ़ धूल बन जाऊं
पुष्प की चाह शहीद वीरों के पथ में बिछ जाऊंँ
पुष्प की अभिलाषा है माला बन हर किसी गले की शोभा बन इठलाऊंँ
पुष्प की तो बस यही अभिलाषा कांँटों के बीच रहकर भी, दूसरों की खुशियों के लिए सदा हंसती- खिलती रहूँ
दूसरों की खुशियों के लिए सदा समर्पित रहूं
खुद को न्यौछावर कर ,मिटाकर भी
हर किसी के चेहरे पर मुस्कान और दामन में खुशियां बिखेर देना और खुद खुश होना
दूसरों की खुशी प्रसन्नता को देख कर खुद भी खुशी की अनुभूति का एहसास करना
दूसरों की खुशियों के लिए खिलना और मिट जाना
यही पुष्प की अभिलाषा है और यही पुष्प की परिभाषा है ।
धन्यवाद🙏